मोरनी गैंगरेप मामला: सीएमओ का दावा, अस्पताल प्रबंधन की कोई गलती नहीं

खबरें अभी तक। पंचकूला।। मोरनी गैंगरेप मामला।। पंचकूला अस्पताल के डॉक्टरों ने महिला को इलाज से इंकार  नहीं किया था। पंचकूला अस्पताल प्रबंधन का कोई दोष नहीं था। सीएमओ योगेश कुमार ने कहा कि, अस्पताल प्रबंधन की कोई गलती नहीं थी। पंचकूला पुलिस ने काउंसलर्स के पहुंचने से पहले ही पीड़िता को मनीमाजरा चंडीगढ़ अस्पताल भेज दिया था। पंचकूला पुलिस ने अस्पताल के रजिस्टर पर लिखकर तसदीक किया था। हमारी टीम के हाथ एक्सक्लूसिव डॉक्युमेंट्स लगे हैं। जिसमें हमने पाया है कि शाम 8 बजकर 57 मिंट पर पीड़िता पंचकूला अस्पताल पहुंची थी। अस्पताल प्रबंधकों ने फोन कर पुलिस हेल्प लाइन नम्बर पर रेप मामले की जानकारी दी थी।

मौके पर पहुंची ऐएसआई सरस्वती ने मौके से ही महिला थाना प्रभारी को गैंगरेप मामले की जानकारी दी थी। थाना प्रभारी द्वारा मामला चंडीगढ़ पुलिस के पास भेजने की हामी भरने के बाद ही सरस्वती ने पीड़िता को चंडीगढ़ पुलिस के पास भेजा था। सीएमओ योगेश कुमार का दावा है कि अस्पताल प्रबंधन ने कोई लापरवाही नहीं बरती है। पुलिस ने मेडिकल टीम के पहुंचने से पहले ही अपने आला अधिकारियों से बात कर पीड़िता को चंडीगढ़ पुलिस के पास भेज चुके थे। मौके पर मौजूद महिला पुलिस से अस्पताल ने चंडीगढ़ थाने में भेजने का पुख्ता प्रूफ लिखित में लिखवा लिया था।