मोरनी गैंगरेप मामला: केस इन्वेस्टिगेशन में हुआ बड़ा खुलासा, 40 नहीं बल्कि 70 लोगों से किया था संपर्क

खबरें अभी तक। पंचकूला के मोरनी के एक होटल में महिला को बंधक बनाकर रेप करने के मामलें में पंचकूला पुलिस ने अब तक 9 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। वहीं इस केस की इन्वेस्टिगेशन होने के बाद एक के बाद एक बड़े खुलासे हो रहे हैं। जिसमें सामने आया है, कि सन्नी ने उन चार दिनों के दौरान 40 नहीं बल्कि 70 लोगों से संपर्क किया था। जिसमें उन्हें फोटो भेजकर यहां होटल में आने के लिए कहा गया था। वहीं सन्नी एक रैकेट के तर्ज पर काम करता था, जो यहां पहले भी कई लड़कियों को ला चुका है, जिन्हें ब्यूटीपार्लर में तैयार भी करवाया जाता था।

वहीं पीड़ित महिला की तबीयत बिगड़ गई है, जिसके चलते वो यहां सेक्टर 6 स्थित जनरल अस्पताल में इलाज करवाने के लिए आई है। जहां उसने बताया कि उसे तो पंचकूला पुलिस पर यकीन ही नहीं हैं। ऐसे में उसके केस को पंचकूला के बजाय दोबारा से चंडीगढ़ पुलिस को दे देना चाहिए। ब्यूटी पार्लर ले जाया जाता था। लड़कियों को, तैयार करवाने के बाद बुलाया जाता था। लोगों को पुलिस इन्वेस्टिगेशन में सामने आया है, कि यहां पीड़ित को रोजाना ही तैयार करवाया जाता था। उसके लिए या तो आसपास के एरिया में ब्यूटीपार्लर पर ले जाया जाता था, या फिर वहां से साहब किसी को लेकर आता था। जिसके बाद मेकअप किया जाता था। जिसके बाद ही सन्नी लोगों को कॉल कर बुलाता था। खुलासा हुआ है, कि इस से पहले भी यहां लड़कियों को लाया जाता था। ऐसे में बाकियों की लड़कियों के बारें में और ब्यूटीपार्लर के बारें में भी इन्वेस्टिगेशन को किया जा रहा है।

इन्वेस्टिगेशन में बड़े खुलासे

सन्नी की कॉल डिटेल से बड़ा खुलासा हुआ है, जिसमें सामने आया है, उन चार दिनों के दौरान सन्नी ने खुद लोगों को कॉल करके होटल में बुलाया था। इस दौरान उसने 70 लोगों को तीन नंबरों से कॉल की है। जिसमें पंचकूला के अलावा अंबाला, लाडवा के लोग भी शामिल हैं। ऐसे में सवाल खड़ा हो गया है, कि जब 70 लोगों को पीड़ित की फोटो भेजी गई, कॉल कर बुलाया गया तो उसके साथ कितने लोगों ने गैंगरेप किया। जिसमें 30 से ज्यादा लोगों के कॉल आए हैं, जबकि बाकियों को किया गया है।

वहीं सबसे बड़ी चौकाने वाली बात सामने आई है, कि 15 से 18 जुलाई के दौरान महिला, उसके पति और सन्नी के मोबाईल ने कई राज से पर्दा उठाया है। क्योंकि इन लोगों की इस दौरान दिन में कंई कंई बार बात की गई हैं। जिसमें 25 सैकेड से लेकर साढ़े 4 मिनट तक बात हुई है। जिसके बारें में इन्वेस्टिगेशन की जा रही है।

पुलिस की इन्वेस्टिगेशन में सामने आया है, कि इस दौरान यहां एक के अलावा ओर भी लड़की मौजूद थी। जिसके साथ भी ऐसा करवाया गया। सन्नी ने ये सब बिजनेस बनाया हुआ था, जिसमें वो यहां लड़कियों को लाता था और उसके बाद ये सब करवाया जाता था।

सबसे बड़ी बात यह है, सीसीटीवी फुटेज के अलावा एक आरोपी ने पूछताछ में एक ओर लड़की के यहां होने के बारें में खुलासा किया है। ऐसे में सवाल खड़ा हो गया है, कि वो दूसरी लड़की कौन थी, जिसे यहां सन्नी लाया हुआ था।

इन सभी कामों के लिए यहां एक युवक रायपुररानी के कंडाईवाला गांव के रहने वाले साहब सिंह को ड्राईवर रखा गया था, जो यहां युवतियों को लाने और लेकर जाने का काम करता था। उसे पुलिस ने गिरफ्तार किया, जिसे 2 दिन के पुलिस रिमांड़ पर लिया गया है, क्योंकि उसे पता है कि अंबाला और लाडवा के रहने वाले आरोपी कौन हैं, उनका घर कहां हैं।

इस बारें में डीजीपी ऑफिस की ओर से मीटिंग को किया गया है।

जब 18 जुलाई को महिला को मट्‌टावाला छोड़ा गया था। साहब सिंह ने उसे यहां तक छोडा था, जिसमें सन्नी ने यह बात बोली थी, कि इसे सड़क पर ऐसी जगह छोड़ना ताकि ये परेशान होकर हमें कॉल करे।

वहीं इस मामलें में एक 50 रूपए का नोट भी सामने आ चुका है, जिस पर एक मोबाईल नंबर भी लिखा था। जो भी लोग सीसीटीवी कैमरों में दिखे हैं, उनमें से ज्यादातर की पहचान हो चुकी है। इसके अलावा बाकियों की पहचान,मोबाईल नंबरों और ड्राईवर के जरीए हो चुकी है। पीड़ित ने कहा , पंचकूला पुलिस पर विश्वास नहीं, चंडीगढ़ ट्रांस्फर करो केस।

वहीं रविवार को इस केस में नई बात निकलकर सामने आई है, जिसमें पीड़िता ने बताया कि उसे पंचकूला पुलिस पर विश्वास ही नहीं हैं। क्यों कि वो पहले भी पुलिस के पास आई थी, यहां मदद करने की बजाय उसे भेज दिया गया था। ऐसे में वो पंचकूला पुलिस पर विश्वास ही नहीं करती है। ऐसे में उसके केस को चंडीगढ़ पुलिस को ही ट्रांस्फर किया जाना चाहिए। चंडीगढ़ के मनीमाजरा पुलिस थाना में इस केस को देना चाहिए, यहां पुलिस इस मामलें में सही से तफ्तीश भी नहीं करेगी। ऐसे में सभी आरोपियों की मदद हो सकती है। जिसके चलते केस को चंडीगढ़ दिया जाना चाहिए। यहां पंचकूला पुलिस के पास गए, वहां सारी बात को बताया था, उसके बाद हमें कहा गया था हमारें एरिया का केस ही नहीं हैं। ऐसे में ये लोग हमारी मदद कहां करेगें।

पंचकूला जनरल अस्पताल भी कांड में शामिल, यहां भी नहीं सुनी गई थी पीडित की

वहीं चौकाने वाला खुलासा हुआ है, कि पंचकूला जनरल अस्पताल ने भी गैंग रेप के मामलें में सीआरपीसी एक्ट 357सी का उलंघन किया है। जिसके अनुसार किसी भी ऐसी महिला का मैडीकल या इलाज करने से रोका नहीं जा सकता है, ये उसका अधिकार है। ऐसे में कैसे पंचकूला जनरल अस्पताल के डॉक्टर्स ने इलाज और मैडीकल करने से मना कर दिया। जिसके चलते जनरल अस्पताल पर भी सवाल खड़ा हो गया है। ऐसे में सामने आया है, कि यहां जनरल अस्पताल प्रबंधन ने महिला का इलाज करने से पहले पंचकूला पुलिस से संपर्क किया, जिस पर पुलिस ने कहा कि ये हमारें एरिया का केस नहीं हैं। ऐसे में उसका इलाज भी नहीं दिया। जबकि महिला को बहुत ज्यादा पेन हो रही थी। पुलिस ने यहां रजिस्टर में भी इस बात की एंर्टी की है। इस बारें में स्वास्थ्य मंत्री के साथ साथ केंद्रीय मंत्री को भी शिकायत दी गई है।

इस बारें में जब हरियाणा के सीएमओ को पता चला तो उन्होंने पंचकूला के सीएमओ को बुलाया। जिस पर सीएमओ से पूछा गया, कि आखिर अस्पताल में गैंगरेप पीड़ित का इलाज क्यों नहीं किया गया। जिसके बारें में हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने बताया कि इस बारें में पंचकूला के सीएमओ को बुलाया गया था। जिस पर उस से पूछा गया, कि आखिर क्यों इलाज नहीं किया गया। ऐसा नहीं होना चाहिए, कोई भी पीडित अस्पताल में आए उसे इलाज जरूर मिलना चाहिए।