कुमारस्वामी के आंसुओं पर जेटली ने कसा तंज, हिन्दी सिनेमा के दुखांत दौर याद आ गया

खबरें अभी तक। बीजेपी कांग्रेस में वार पलटवार का दौर जारी है। सभी बड़े नेता एक दूसरे को छोटा साबित करने में लगे हुए हैं। आज अरूण जेतली ने भी कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कर्नाटक सरकार के सीएम एच डी कुमारस्वामी को निराश करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने चरण सिंह, चन्द्रशेखर, एच डी देवगौड़ा और आई के गुजराल के साथ भी यही किया था। जब इस पार्टी के सहयोग से उनकी सरकारें चल रही थीं। केवल मोदी को सत्ता से बाहर रखने के लिए बिना विचारधारा वाले अवसरवादी गठबंधन बनाने के कारण विपक्ष को आड़े हाथ लेते हुए जेतली ने फेसबुक पोस्ट में लिखा कि भारत का बेचारा प्रधानमंत्री नहीं हो सकता।

केंद्रीय मंत्री ने लिखा कि पिछले कुछ दिनों में हमने देखा कि कुमारस्वामी भावुक हो गये, उनकी आंखें भर आई तथा उन्होंने पुष्पगुच्छ एवं मालाएं स्वीकार करने से इंकार कर दिया। कांग्रेस के साथ रिश्तों में खटास आने का संकेत देते हुए कुमारस्वामी ने हाल में कहा था कि वह कर्नाटक के मुख्यमंत्री के रूप में खुश नहीं हैं तथा जिस तरह भगवान शिव ने गरल पान किया था, उसी तरह वह पीड़ाओं को झेल रहे हैं। जेतली ने कहा कि उन्होंने बेबाकी से अपनी बात को सार्वजनिक तौर पर रखा, एक माननीय मुख्यमंत्री के इन बयानों को सुनकर मेरी स्मृति मुझे हिन्दी सिनेमा के दुखांत दौर के संवादों की ओर ले गयी।

भाजपा के वरिष्ठ नेता ने कहा कि बिना विचारधारा वाले अवसरवादी गठबंधन सदैव अपने स्वयं के विरोधाभासों में उलझ जाते हैं। ऐसे गठबंधनों का एकमात्र उद्देश्य अस्तित्व बरकरार रखना होता है, राष्ट्र की सेवा नहीं। ब्लाग में लिखा कि यदि इस प्रकार के गठबंधन का प्रधानमंत्री कैमरे के समक्ष सिर्फ इस मंशा के साथ रोये कि वह पद कैसे छोड़ा जाए, तो यह नजारा संप्रग द्वितीय की नीतिगत अपंगुता से भी बुरा होगा। उन्होंने सवाल किया कि क्या कर्नाटक उस बात का पूर्व दृश्य है। जो कांग्रेस एवं संघीय मोर्चा भविष्य के लिए वादा कर रहा है? उन्होंने कहा कि कांग्रेस का दृढ़ता से मानना है कि केवल एक परिवार के सदस्य ही भारत में शासन कर सकते हैं। यदि किसी अन्य को मौका मिलेगा तो उसे उस स्थिति में धकेल दिया जाएगा कि वह अपने हाथ खड़े करे और सार्वजनिक रूप से रोने लगे।