भीषण सड़क हादसे में डम्पर और ऑटो आपस में टकराए, 6 छात्राओं समेत 9 की मौत

खबरे अभी तक। चित्रकूट में हुए भीषण सड़क हादसे में डम्पर और ऑटो की आमने-सामने हुई टकर में 6 छात्राओें समेत नौ लोगों की मौत हो गई। गंभीर रूप से घायल एक छात्रा को इलाहाबाद रिफर किया गया है। आक्रोशित लोगों ने झांसी-मिर्जापुर राजमार्ग पर 5 घंटे तक जाम लगाये रखा। हादसा इतना जबर्दस्त था कि शव छिटककर इधर-उधर गिर गए और ऑटो के परखच्चे उड़ गये। मृतकों में ऑटो चालक के अलावा सभी स्कूली छात्र-छात्रायें शामिल हैं, जो अपने घर लौट रहे थे।

ये हादसा दोपहर के लगभग 12 बजे बरगढ़ थाना क्षेत्र के सुचेता कालोनी मोड़ पर हुआ। बताया गया कि डम्पर  इलाहाबाद से कर्वी की तरफ आ रहा था। सामने से आ रहे टैम्पो में सवार ऑटो चालक दर्शन पुत्र चन्द्रभूषण मिश्रा मुर्का, कविता पुत्री नत्थू प्रसाद महावीर का डेरा बोझ, सविता पुत्री तेजबली, सोनम पुत्री चन्द्रबली महावीर का डेरा, रंगीला पुत्र भइयालाल आम्बरी, प्रमिला देवी पुत्री भइयालाल निवासी ओबरी, साधना देवी पुत्री विनोद कुमार ओबरी,  छाया पुत्री छेदीलाल ओबरी , मानिकचंद्र पुत्र रंगदास की घटना स्थल पर मृत्यु हो गई। वहीं गम्भीर रूप से घायल छात्रा आंचल को इलाहाबाद रिफर किया गया है। ये सभी स्कूल से आ रहे थे।

घटना के बाद मौके पर पहुंचे पुलिस अधीक्षक मनोज कुमार झां ने परिजनों को समझाकर जाम खुलवाने का प्रयास किया। सांसद भैरों प्रसाद मिश्र व क्षेत्रीय विधायक आरके सिंह पटेल भी मौके पर पहुंचे।

हादसा इतना जोरदार था कि शव छिटककर इधर-उधर पड़े थे। परिजनों के करुण क्रन्दन से इलाका गमगीन हो गया। मृतकों में छात्र-छात्रायें शामिल हैं। अन्य सवारियां भी घायल हुई हैं। राहगीरों व ग्रामीणों ने टैम्पो में फंसे हुए घायलों को बाहर निकाला। पुलिस ने आनन-फानन में घायलों को सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र मऊ में भर्ती कराया। मृतकों के परिजनों के करुण क्रन्दन से ग्रामीणों का आक्रोश थमने का नाम नहीं ले रहा था। परिजन मर्चरी में भेजे गए शवो को घटना स्थल में लाने की मांग करते रहे। किसी तरह से पुलिस अधीक्षक प्रशासनिक अधिकारियों के साथ मिलकर आक्रोशित लोगों को समझाया और सड़क में रखे शवो को उठाकर पोस्टमार्टम के लिए मर्चरी भेजा गया है। दुर्घटना के कारणों का पता लगाने का प्रयास किया जा रहा है। जबकि परिजनों का आरोप है कि डम्पर चालक शराब के नशे मे गाड़ी चला रहा था। जिसके कारण हादसा हुआ।

चित्रकूट जिले में ये पहला सड़क हादसा नही है जो इतना विभत्स रहा इसके पहले भी  हादसे होते रहे है किंतु यहां वाहनों में क्षमता से अधिक सावरिया भरने के चलते अक्सर ऐसे हादसे सामने आते रहे है फिर भी जिले के जिम्मेदार अधिकारियों ने इसे रोकने की कोई पहल नही करते और न हादसों से सबक लेते दिखे।