1990 में महम उपचुनाव में हिंसा , अभय चौटाला को आरोपी बनाने की मांग

खबरें अभी तक। चुनावी साल नजदीक आने के साथ ही राज्य में तरह-तरह की सियासी सरगर्मियां तेज़ हो गई हैं। ताज़ा घटनाक्रम में रोहतक के एक शख्स ने जिला अदालत में इस्तगासा दायर कर 28 साल पहले हुए महम कांड की दोबारा जांच की मांग की है। विशेष बात यह है कि याचिकाकर्ता ने ऐसी याचिका पहले महम में मजिस्ट्रेट के पास लगाई थी लेकिन वहां इसे अस्वीकार कर दिया गया था। दायर की गई याचिका में कुछ कारण गिनवाकर महम अदालत के फैसले को गलत बताया गया है और इस अपील को स्वीकार कर दोबारा जांच की मांग की गई है।

साथ ही वो तमाम कारण भी लिखे गए हैं जिनकी वजह से शिकायतकर्ता को लगता है कि जांच दोबारा होनी चाहिए। शिकायतकर्ता ने अपने हवाले से उस वक्त का घटनाक्रम लिखा है और उस वक्त हुए एक वाकये के लिए इनेलो नेता अभय चौटाला समेत कई लोगों को आरोपी बनाने की मांग की है।बता दें कि साल 1990 में महम उपचुनाव के दौरान हिंसा हुई थी, इसी मामले में पहले महम कोर्ट में भी मामला जा चुका है लेकिन वहां से केस किन्ही कारणों के चलते नहीं चल पाया था।

इस्तगासे के मुताबिक आरोप है कि 28 फरवरी 1990 को उपचुनाव के दौरान सुबह ही अभय चौटाला समेत कई लोग पहुंचे थे और उन्होने मतदान केंद्र पर फायरिंग की थी। आरोप है कि इस फायरिंग में शिकायतकर्ता के भाई को भी गोली लगी थी। इस कांड को लेकर पहले भी महम कोर्ट में मामला पहुंचा हुआ है।