साहू समाज ने की 20 लाख रुपए आर्थिक सहायता, निष्पक्ष जांच की मांग

खबरें अभी तक। बीते दिनों 5 जुलाई को झांसी जिले के प्रेमनगर थाना क्षेत्र के राजीव नगर नगरा निवासी सुनील की मृत्यु हार्ट-अटैक पड़ने के कारण हो गई थी जिसका शव थाने के बाहर रखकर परिजनों ने पुलिस कर्मियों पर सुनील साहू की पिटाई कर जान से मारने का आरोप लगाया गया था। लेकिन इस पर जब पोस्टमार्डम की रिपोर्ट आई तो सच कुछ और ही निकला आज पीड़ित परिवार के साथ डीआईजी कार्यालय में सैकड़ों की संख्या अपने मुंह, आंख और हाथों पर काली पट्टी बांधकर  लोग अपनी गिरफ्तारी देने डीआईजी कार्यालय पहुंचे लोगो ने आरोप लगाते हुए कहा कि पुलिस ने कुछ साहू समाज के लोगो सहित पूर्व मंत्री प्रदीप जैन आदित्य के खिलाफ झूठा मुकदमा लिख लिया है।

जिसकी जांच होनी चाहिए और मृतक सुनील साहू के परिजनों को  20 से 25 लाख रुपए की आर्थिक मदद और दोषी पुलिस कर्मियों को तत्काल निलंबित कर उनके खिलाफ उचित कार्यवाही होनी चाहिए।वही डीआईजी झांसी रेज ने कहा कि इस मामले की निष्पक्ष जांच होगी और जो भी दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ कार्यवाही भी की जाएगी।

ये था पूरा मामला

झांसी जिले के प्रेमनगर थाना छेत्र अंतर्गत राजीव नगर नगरा में रहने वाले सुनील साहू सट्टा खिलता है जिसकी सूचना पर पुलिस उसके घर सट्टा बन्द कराकर दोषियों को गिरफ्तार करने के गई थी जिसके चलते जब पुलिस द्वारा सुनील साहू के पुत्र आशीष साहू को गिरफ्तार कर लिया गया तो सदमे में आकर सुनील साहू की मृत्यु हो गई और परिजनों ने पुलिस पर म्रतक सुनील साहू की पिटाई का आरोप लगाते हुए उसका शव थाने के बाहर रखकर प्रदर्शन किया वहा उपस्थित भीड़ द्वारा महिला कांस्टेबिल की वर्दी फाड़ दी गई और उसके गले से चैन और पेंडल चुरा लिया गया जिसके चलते सीसीटीवी फुटेज के आधार पर लगभग 200 महिला/पुरुष और पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रदीप जैन आदित्य पर छेड़छाड़ और लूट की धाराओं में मुकदमा लिखा गया।