टीचर की लापरवाही से बच्चा स्कूल में हुआ कैद

खबरें अभी तक। कन्नौज में पूर्व माध्यमिक विद्यालय में प्रधान अध्यापिका की लापरवाही से एक छात्र स्कूल में कैद हो गया। ग्रामीणों के कई बार फोन करने पर शिक्षा विभाग के किसी अफसर का फोन नहीं उठा। कोई सुनवाई होती न देख एक ग्रामीण ने जिलाधिकारी कन्नौज को फोन कर दिया। डीएम की फटकार के बाद कैद बच्चे को बाहर निकाला गया और लापरवाह शिक्षिका सहित दो को सस्पेंड कर दिया गया।

स्कूल में कैद यह छात्र कन्नौज के तिर्वा ब्लॉक के गांव कनौली का मुनीश है। मुनीश गांव के ही सरकारी पूर्व माध्यमिक विद्यालय में कक्षा 8 का छात्र है। स्कूल की छुट्टी के वक्त मुनीश को पेशाब लग आयी और वह पेशाब करने चला गया। जब प्रधान अध्यापिका को स्कूल में कोई नहीं दिखा तो वह मेनगेट पर ताला डालकर चली गयीं। थोड़ी देर बाद छात्र बाहर निकला तो खुद को स्कूल में बन्द पाया। खुद को बाहर निकलते न देख छात्र रोने और चिल्लाने लगा। छात्र के रोने की आवाज सुनकर ग्रामीण इकट्ठा हो गये। जब काफी कोशिशों के बाद भी वह ताला तोड़ और खोल नहीं पाये तो शिक्षा विभागके अफसरों को फोन करने लगे। जब अफसरों का फोन नहीं उठा तो एक ग्रामीण ने कन्नौज

डीएम रवीन्द्र कुमार को फोन कर पूरा मामला बताया। छात्र के स्कूल में कैद होने की बात सुन डीएम का पारा चढ़ गया और उन्होंने शिक्षा विभाग के अफसरों को फटकार लगाते हुये उसे जल्द बाहर निकलने के निर्देश दिए। डीएम की फटकार के बाद बीएसए ने कैद छात्र को बाहर निकलवाया। डीएम ने लापरवाही करने वाली प्रधान अध्यापिका को सस्पेंड करने के निर्देश बीएसए को दिए हैं।