7 दिनों तक हिमाचल और दिल्ली की संस्कृति से रूबरू हुए युवा

ख़बरें अभी तक। हिमाचल की धरती पर 7 दिनों तक गुजारे गए पलो का अनुभव मुझे हमेशा याद रहेगा. हिमाचल का अनुभव दिल्ली से कंही अलग है और यहां भगवान ने प्राकृतिक सुन्दरता को अलग ही रूप दिया है. जिला मुख्यालय कुल्लू के देवसदन में नेहरू युवा केंद्र के 178वें रिजनल एडवेंचर सेंटर कुल्लू की ओर से  आयोजित एडवेंचर शिविर के समापन अवसर पर भाग ले रहे युवाओं ने अपने अपने विचारों को सांझा किया. विचार को सांझा करते हुए दिल्ली से आई प्रतिभागी आरती झा ने कहा कि शिविर में उन्हें हिमाचल की संस्कृति को जानने का मौका मिला और पहाड़ी से नीचे उतरने का डर भी खत्म हो गया है.

अब वो दिल्ली जाकर वहां लोगो को हिमाचल की सुंदरता के बारे में जानकारी देगी. गौर रहे कि सात दिवसीय इस शिविर का शुभारंभ नेहरू युवा केंद्र संगठन हिमाचल के निदेशक सुखदेव सिंह ने किया था. सात दिनों तक चलने वाले इस एडवेंचर कैंप में दिल्ली व हिमाचल प्रदेश के 50 प्रशिक्षु युवाओं ने भाग लिया था. इस शिविर का समापन एडीएम कुल्लू अक्षय सूद द्वारा किया गया. इस मौके पर मुख्यातिथि ने कहा कि जीवन की समस्याओं के साथ सामंजस्य बनाते हुए स्वयं जीना और दूसरों को प्रेरित करते रहना ही एडवेंचर है. अक्षय सूद ने कहा युवाओं को इस तरह के शिविरों में बढ़चढ़ कर भाग लेना चाहिए. इससे एक-दूसरे के साथ मेल-मिलाप और दूसरे राज्य की संस्कृति व व्यंजन व वेशभूषा सहित अन्य कई चीजों से युवाओं को रुबरू होने का अवसर मिलता है.