गरीबी में पली बढ़ी बेटियों ने किया जिले का नाम रोशन

खबरें अभी तक। कहते है कि आजकल लड़कियां किसी भी मायने में लड़कों से कम नहीं है। बेटियों को कोई कम भी न आंके।  ये बेटियां अपने परिवार के दो कुलों का नाम रोशन कर रही है।  वह चाहे शिक्षा क्षेत्र हो या अंतरिक्ष , सेना हो या पुलिस की नौकरी,  हर जगह ये लड़कियां चुनौतियों का सामना कर अपनी काबिलियत का लोहा मनवा रही है।  इसी कड़ी में एक और नाम जुड़ गया है मुन्गेसर की रहने वाली ओम प्रकाश राय की बेटी अंकिता प्रकाश राय का, जिन्होंने अपने गरीबी और संघर्ष के बल पर जिम्नास्टिक जैसे खेल में उचाइयां हासिल की है |आज नॉएडा के जाने माने स्कूल में योग टीचर है।

आईये आज आपको मिलाते है अंतिका प्रकाश राय से ये है अंतिका प्रकाश राय जो कि जिम्नास्टिक में नेशनल गेम में शामिल हो कर आमने जनपद के साथ अपने प्रदेश में देश का नाम रोशन किया है।  फ़िलहाल ये नॉएडा के जाने माने जेनेसस ग्लोबल स्कूल में योग की टीचर है साथ ही साथ बच्चो को जिम्नास्टिक की ट्रेनिंग भी दे रही है। इनके स्टूडेंट्स ने भी इन्ही की तरह देल्ली में इनका नाम रोशन कर रही हैं। अंतिका प्रकाश राय पिछले दिनों भारत सरकार द्वारा लचाये जा रहे खेलो इंडिया की जज भी रही हैं।  आज अंतिका प्रकाश भारत का जाना माना चेहरा बन चुकी है।  फिलहाल सादगी और सोम्यता से भरपूर अंतिका प्रकाश राय अपने गृह जनपद मऊ के आयी हुई हैं। ये जनपद के मुन्गेसर गांव की रहने वाली है।  फ़िलहाल इनका पूरा परिवार शहर क्षेत्र के बरपुर गांव में रहता है। आज आपको दिखायेंगे देश की प्रशिद्ध जिम्नास्टिक खिलाडी एवं योग टीचर का स्पेशल इंटरव्यू।

पांच बहनों में चौथी अंतिका प्रकाश राय है। आपको ये भी बता दें कि अंतिका के चार बहन और एक भाई है  और चारो बहने कामयाबी की अलग अलग क्षेत्र में ऊंचाईयां छू रही है।  इनका परिवार उन लोगों के लिए प्रेरणा दायक हैं जो बच्चियों को मां के गर्भ में ही मार देते है।  ओम प्रकाश राय की पांचो बेटियां जिले का नाम तो रोशन कर रही है।  जो कि अपने देश की महिलाओं के लिए एक रोल मॉडल भी बन चुकी है। अंतिका का जीवन काफी संघर्षो से भरा रहा है। अपनी गरीबी को ढाल बना कर इन्होंने जो मुकाम हाशिल किया है वो वाकई में काबिले तारीफ है। इनकी बड़ी बहन मुद्रिका राय लखनऊ के एक डिग्री कॉलेज में लेक्चरर है।  दूसरी बहन प्रमदा राय आजमगढ़ के चिल्ड्रेन स्कूल में अध्यापिका है।  तीसरी बहन प्रियंका राय जो जानी मानी सिंगर है जिन्हें सब जनते है।  जो कविताये भी लिखती है।   चौथे नंबर पर खुद अंतिका हैं जिनके बारे में आपको बता ही रहे है। पांचवी बहन प्रज्ञा राय जो कि बीटीसी की ट्रेनिंग ले रही है साथ ही साथ बैंक की तैयारी कर रही है।  इनका भाई चन्द्र प्रकाश राय जो की लखनऊ विश्वविद्यालय से एलएलबी कर रहे है और वन डे एग्जाम की तैयारी भी कर रहे हैं।

अंतिका बताती है की गांव के प्राथमिक विद्यालय में पढाई करने के बाद नॉएडा के प्रसिद्द स्कूल में योग टीचर होना ये मेरे लिए काफी संघर्ष पूर्ण रहा है।  जहां लोग फर्राटे से इंग्लिश बोलते थे वहां मैं हिंदी में बात करती थी तो लोग मुझे बिहारी कह के चिढ़ाते थे। लेकिन समय के साथ मैंने अपनी अंग्रेजी भी इम्प्रूव की। शिक्षा के गिरते स्तर पर कहती है की प्राइमरी स्कूल के हालत दिनों दिन गिरते जा रहे है। सरकार प्राथमिक स्कूलों पर बहुत ज्यादा खर्च करती है | लेकिन कान्वेंट स्कूल की अपेक्षा इस विद्यालयों में बच्चों की संख्या बहुत ही कम होती जा रही है।  जो कि दुर्भाग्य पूर्ण है।  आज प्राथमिक स्कूलों में भी कान्वेंट स्कूलों की तर्ज पर पढ़ाई होनी चाहिए। इंग्लिश पर प्राथमिक विद्यालयों पर जोर देना चाहिए।

अंतिका प्रकाश बेबाक अपनी गरीबी के सवाल पर बताती है कि हमें पड़ोस के लोगो से कपड़े मांग कर पहनना पड़ता था | मां स्कूल बैग की जगह झोले को सील कर दे देती थी। घर पर खाने पीने के लिए भी कुछ ख़ास नहीं रहता था।  बर्तन तक भी हमारे पास नहीं था। जब प्राइमरी स्कूल में मैं कम्पटीशन जीतती थी और पुरष्कार में जब बर्तन मिलते थे हो हम लोग बहुत खुश होते थे।  लेकिन माता पिता के आशीर्वाद ने हम सभी बहनों को इतनी उंचाईयां दी जिसके लिए हम ऊपर वाले का शुक्रगुजार है।  उन्होंने उन परिवारों से जो बच्चियों को पैदा होने से पहले ही गर्भ में उन्हें मार देते है। उनसे विनम्र निवेदन किया कि लडकियों को बोझ न समझे उन्हें समाज में कुछ करने का मौका दे  और खुल कर उन्हें जीने दें, फिर आप देखियेगा कि कैसे ये लडकियां अपने मां बाप का सर ऊंचा करती है।