स्वच्छ सर्वेक्षण-2018 के परिणाम घोषित, करनाल शहर ने टॉप 50 में पाया स्थान

खबरें अभी तक। स्वच्छ सर्वेक्षण-2018 के परिणामों का ऐलान हो चुका है। एक लाख से ऊपर की जनसंख्या में देश के शीर्ष 100 शहरों में 41वीं रैंकिंग हासिल कर करनाल ने टॉप 50 में अपना सम्मानजनक स्थान बनाया है। इस उपलब्धि के लिए उपायुक्त डॉ. आदित्य दहिया ने तमाम जिला वासियों को बधाई दी है। परिणामों को देखें तो हरियाणा के केवल 2 शहर टॉप 100 में आए हैं, इनमें करनाल का 41वां और रोहतक का 89वां रैंक है। बता दें कि तत्कालीन नगर निगम आयुक्त डॉ. प्रियंका सोनी के प्रयासों और निगम के मुख्य अभियंता व सर्वेक्षण के नोडल ऑफिसर अनिल मेहता की 6 महीने की कड़ी मेहनत और साफ-सफाई के इंतजामो को लेकर यह सब सम्भव हुआ। ज्ञात रहे कि स्वच्छ सर्वेक्षण-2017 के परिणामो में करनाल हालांकि उत्तर भारत का सबसे स्वच्छ शहर चुना गया था, लेकिन देश के 434 शहरों में करनाल का रैंक 65वां था। अब 4203 शहरों में 42वीं रैंकिंग अपने-आप में एक बड़ी उपलब्धि है।

उपायुक्त ने बताया कि स्वच्छता को लेकर देश के 4203 शहरों का बीती जनवरी में भारत सरकार की टीम की ओर से सर्वेक्षण किया गया था। टीम ने करनाल का 18, 19 और 20 जनवरी, 3 दिन सर्वे किया। इस दौरान सर्विस लेवल प्रोगे्रस यानि नागरिको को दी गई सेवाएं, डायरेक्ट ऑब्जर्वेशन यानि सुविधाओं का सीधे तौर पर अवलोकन और सिटीजन फीडबैक व स्वच्छता एप को लेकर शहर का सर्वे किया गया था। टीम के वरिष्ठ मुल्यांकन कर्ता ने विकास सदन में बैठकर नगर निगम द्वारा तैयार किए गए डॉक्यूमेंट्य की गहन जांच की थी। सारी रिपोर्ट केन्द्रीय आवासन एवं शहरी मामले मंत्रालय की एजेंसी कारवी को ऑनलाईन भेजी गई थी। सारा कार्य निष्पक्षता एवं पूर्ण पारदर्शिता से किया गया।

उन्होंने बताया कि स्वच्छ सर्वेक्षण की इतनी बड़ी परीक्षा पहली बार हुई थी, जिसमें देश के 4 हजार से ऊपर शहरों को लिया गया था और करनाल को उम्मीद के अनुसार अच्छी रैंकिंग प्राप्त हुई है। उपायुक्त के अनुसार इस उपलब्धि के लिए करनाल के नागरिकों ने जो सहयोग दिया वह काबिले तारीफ है। नगर निगम की ओर से अभेद्य सफाई इंतजाम करवाए गए थे। इसके लिए उन्होंने निगम के तमाम कर्मचारी व सफाई कर्ताओं को बधाई दी है।