पोलोथीन के लिफाफों पर रोक लगने के बाद भी नहीं बंद हुई बिक्री

खबरें अभी तक। हरियाणा  के करनाल में भी सरकार ने पोलोथीन के लिफाफों पर रोक जरूर लगी थी परन्तु असर देख़ने  को नहीं मिल रहा। पर्यावरण को साफ-सुथरा रखने के उद्देश्य से भारत के अनेक राज्यों में प्लास्टिक लिफाफों पर पूर्णतया पाबंदी लगाई गई है। परन्तु पाबंदी के बावजूद  भी नहीं बंद हो रहे प्लास्टिक बैग। पाबंदी मात्र कागजों में ही दिखाई देती है, जबकि सरेआम प्लास्टिक बैग की बिक्री  व प्रयोग धड़ले से चल रहा है। कहने को देश में स्वच्छ भारत मुहिम चल रही है परन्तु देश के हर छोटे-बड़े शहर में प्लास्टिक बैग कूड़े के ढेरों पर बड़ी तादाद में मिलते हैं।

प्लास्टिक के कारण  जीवनशैली पर भी प्रभाव पड़ रहा  और खुले में प्लास्टिक बैग कूड़े के ढेरों पर पड़े रहने से भोजन की तलाश में गौवंश, आवारा कुत्ते इन्हें निगल लेते हैं जिससे उनकी मृत्यु तक हो जाती है। बरसात के मौसम में प्लास्टिक लिफाफे, जो नाली-नालों में होते हैं, ड्रेन सिस्टम को ठप्प कर देते हैं जिससे पानी का बहाव ठप्प हो जाता है व निचले क्षेत्रों में पानी भर जाता है। खेतों में प्लास्टिक लिफाफे जब हवा से उड़ कर चल जाते हैं तो उपजाऊ जमीन को प्रभावित करते हैं।  नदियों में जब प्लास्टिक के लिफाफे बहते हैं तो ये पानी में रहने वाले जीवों के लिए खतरा बने रहते हैं और साथ ही पानी के नीचे पैदा होने वाली वनस्पति को भी नुक्सान पहुंचाते हैं। प्लास्टिक से पैदा होने वाले कैमीकल स्टापरीन ट्रीयर व बिसफिनोल-ए से पेयजल दूषित हो रहा है।

ग्राहकों  का कहना है कि पॉलिथीन को बनाने वाली कंपनियों पर भी सख्त कार्रवाई नहीं होती !   ग्राहक ने माना कि पॉलिथीन का नुकसान तो है परंतु क्या करें मजबूरी है समान किस चीज में ले जाएगा ! उन्होंने बताया कि छोटे दुकानदारों पर सरकार सिर्फ फरमान जारी करती है जबकि बड़ी कंपनी वाले इसका लाभ उठाते हैं और धड़ल्ले से इसका कारोबार कर रहे हैं। इनको रोकने वाला कोई नहीं है सरकार सिर्फ छोटे दुकानदारों पर ही कार्रवाई कर सकती है।

दुकानदार का मानना है  कि यह  हमारी रोजी रोटी है अगर यह  बन्द हो जायेगी  तो हम अपने परिवार का पालन पोषण कैसे करेंगे  सरकार सिर्फ छोटे दुकानदारों पर करवाई कर सकती है।  दुकानदारों ने रिलायंस कंपनी पर आरोप लगाते हुए कहा की  ऐसी बड़ी बड़ी कंपनी जो की पोलिथीन बनाने का रॉ मटिरिअल तैयार करती है सबसे पहले उन पर पाबंदी लगनी चाहिए।