सरकार को आई गिद्धों की याद, हर जिले में खुलेगा गिद्धों के लिए रेस्टोरेंट

खबरें अभी तक। हिमाचल प्रदेश सरकार ने प्रदेश के सभी जिलों में गिद्धों के लिए रेस्टोरेंट खोलने का फैसला किया है। इन केंद्रो पर गिद्धों को खाद्य सामग्री उपलब्ध करवाई जाएगी। एक हेक्टेयर भूमि में इसे तैयार किया जाएगा। वल्चर रेस्टोरेंट जाली से पूरी तरह बंद होगा। किसी बाहरी मांसाहारी जानवर इसमें प्रवेश नहीं कर पाएगा। इसमें एंट्री के लिए महज एक मुख्य गेट होगा। गिद्धों का भोजन इस गेट के माध्यम से ही अंदर रखा जाएगा।

गिद्ध प्रजाति की संख्या बढ़ाने के लिए वन्य जीव विभाग ने यह निर्णय लिया है। वल्चर रेस्टोरेंट खुलने से महज गिद्धों का ही संरक्षण नहीं होगा, बल्कि लोगों की भी आर्थिकी सुदृढ करने का प्लान तैयार किया गया है। गिद्धों को भोजन के लिए मृत पशु लाए जाएंगे। मृत पशु मालिक को विभाग पैसा भी देगा। पशु के वजन के हिसाब से मालिक को रुपयों की अदायगी की जाएगी। वल्चर रेस्टोरेंट खुलने के बाद मृत पशुओं की भी कीमत पड़ेगी। साल में 500 मृत पशु गिद्धों के लिए उपलब्ध करवाने का लक्ष्य तय किया गया है।

विभाग की मानें तो अकसर लोग पशुओं के मरने पर इन्हें खुले में फेंक देते हैं। हिमाचल प्रदेश में गिद्धों की आठ प्रजातियां हैं। लगातार कम हो रही गिद्धों की संख्या से वन्य जीव विभाग चिंतित है। वाइट रंपड वल्चर प्रजाति का भविष्य संकट में है। इन प्रजाति के पक्षी अधिकतर मृत पशुओं पर ही निर्भर रहते हैं। ये पक्षी मृत पशु को अपना भोजन बनाकर पर्यावरण संरक्षण में अपनी अहम भूमिका अदा करते हैं। पिछले करीब 15 साल पहले इस जाति के पक्षियों की संख्या अचानक कम हो गई।