दंबग IAS अधिकारी प्रदीप कासनी हुए कांग्रेस में शामिल

खबरें अभी तक। हरियाणा के दंबग आईएएस (रिटायर्ड) अधिकारी प्रदीप कासनी आज कांग्रेस में शामिल हो गये। लगभग सभी सरकारों में विभिन्न मुख़्मंत्रियों की आंख में खटकते रहे प्रदीप कासनी का मौजूदा बीजेपी सरकार के साथ भी 36 का आंकड़ा रहा है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार अपने 34 साल के सरकारी सेवाकाल के दौरान 71 तबादले झेलने वाले प्रदीप कायनी  दिल्ली में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से मिले और इसके बाद उन्होंने कांग्रेस की विधिवत सदस्यता लेने का एलान कर दिया ।

इसी साल 28 फरवरी को रिटायर होने वाले प्रदीर कासनी का विवादों के साथ चोली दामन का साथ रहा है। मौजूदा बीजेपी सरकार के दौरान भी कासनी को लगातार परेशान किया गया। अपनी ईमानदारी और बेबाक टिप्पणियों के लिए मशहूर प्रदीप कासनी का पूरा सेवा काल नेताओं के साथ उलझते हुए बीता है। गलत या असंवैधानिक काम करने से साफ इंकार करने में जरा देर न करने वाले और नेताओं को सच का आईना दिखाते रहे प्रदीप कासनी ने आखिर कार राजनैतिक जीवन में कूदने का फैसला लेकर सभी को चौंका दिया है। किसी को भनक तक नहीं थी कि प्रदीप कासनी एकाएक कांग्रेस का हाथ थाम लेंगे।

जानकारी के मुताबिक प्रदीप कासनी हरियाणा कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष डा. अशोक तंवर के नेतृत्व में. कल शाम ही नई दिल्ली में राहुल गांधी के निवास पर पहुंचे और कांग्रेस की नीतियों में अपना आस्था व्यक्त की। इस मौके पर उनके साथ जेएनयू के दिग्गज छात्र नेता और दलित एक्टिविस्ट प्रदीप नरवाल और नारायणगढ़ के प्रसिद्ध कानूनविद एडवोकेट सुखविंदर नारा भी थे ।

प्रदीप कासनी की प्रदेश में अपनी एक अलग छवि रही है और उन्हें एक दबंग अफसर के रूप में जाना जाता है। इससे कांग्रेस को जहां एक मजबूत कंधा मिला है,  वहीं अशोक तंवर की ताकत में भी इजाफा होगा।

इस मौके पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अशोक तंवर ने कहा कि प्रदीप कासनी जैसे जूझारू, संघर्षशील व ईमानदार व्यक्ति के कांग्रेस में आने से पार्टी की ताकत बढ़ेगी। उन्होंने कहा कि पार्टी में प्रदीप कासनी के मान सम्मान का पूरा ध्यान रखा जाएगा और उन्हें उनके कद के हिसाब से यथायोग्य जिम्मेदारी भी दी जाएगी। प्रदीप कासनी ने भी कहा है कि वे राहुल गांधी के संघर्ष और कुशल नेतृत्व से प्रभावित होकर कांग्रेस में शामिल हुए हैं। उन्होंने कहा कि डा. अशोक तंवर जैसे नेता के दमदार नेतृत्व में कांग्रेस सत्ता में लौटेगी।

प्रदीप कासनी के पिता धर्म सिंह एक जूझारू पत्रकार थे और उन्होंने 1991 में कांग्रेस के टिकट पर भिवानी जिले के बाढ़ड़ा विधानसभा क्षेत्र से विधानसभा का चुनाव भी लड़ा था।