8 बर्षीय बच्ची को घर से उठाकर दुष्कर्म करने का प्रयास

खबरें अभी तक। एक बार फिर फरीदाबाद में सेवा सुरक्षा सहयोग का दावा करने वाली महिला पुलिस का असली चेहरा उस वक्त सामने आया जब एक मां अपनी 8 साल की बच्ची के लिये इंसाफ मांगने के लिये महिला थाना सेक्टर 16 में पहुंची जहां महिला पुलिस कर्मी पीडित परिजनों के साथ ही हाथपाई करते हुए दिखाई दिये। इस दौरान मां थाने में ही बेहोश हो गई । दरअसल फरीदाबाद खेडी पुल थाना क्षेत्र के नहर किनारे बसी झुग्गियों में रह रहे एक परिवार घर के अंदर सो रहा था।

परिजनों ने बताया कि अचानक जब उनकी नींद खुली तो देखा की बच्ची गायब है। इधर उधर तलाश की लेकिन जब नहीं मिली तो इसकी सूचना पुलिस कंट्रोल को दी। पुलिस बच्ची को काफी देर तक ढूंढती रही लेकिन नहीं मिली। परिजन रात भर बच्ची की तलाश करते रहे । आखिर कार परिजनों ने एक व्यक्ति को झाड़ियों में देखा जब वह उसके पास पहुंचे तो देखा कि उसकी बच्ची बेहोश घायल अवस्था में पडी हुई थी और पास में एक युवक आपत्तिजनक हालत में बैठा हुआ था, जिसे परिजनों ने पकड़कर रात को ही महिला थाने में बंद करवा दिया।

मगर महिला पुलिस आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज करने की बजह उल्टा बच्ची को ही डरा धमका कर पूछताछ करने लगी, इस दौरान पुलिस ने न तो लीगल एडवाईजर को थाने में बुलाकर बच्ची के बयान करवाये और न ही मेडिकल करवाया। जब इसका विरोध परिजनों ने किया तो उनके साथ धक्का मुक्की की गई जिसके बाद महिला थाने में जमकर हंगामा हुआ।

वहीं इस बारे में महिला थाना प्रभारी सविता रानी से बात करने की कोशिश की तो उन्होंने कुछ भी बोलने से साफ इंकार कर दिया। बता दें कि मिली जानकारी के अनुसार पुलिस ने वारदात के 12 घंटे बाद मामला दर्ज कर लिया है।