विश्व तम्बाकू निषेध दिवस पर हजारों विद्यार्थियों ने निकाली जनसंदेश चेतना रैली

ख़बरें अभी तक। भिवानी के कस्बे झोझू कलां में नया सवेरा संस्था, ब्रह्म कुमारी आश्रम, युवा जागृति एवं जनकल्याण मिशन, नेता जी सुभाष चंद्र बोस युवा जागृत सेवा समिति द्वारा विश्व तम्बाकू निषेध दिवस सप्ताह के तहत जनसंदेश चेतना रैली निकालकर नशे से दूर रहने की अपील की गई. गौरतलब है कि हर वर्ष 31 मई को तंबाकू निषेध दिवस के रुप में मनाया जाता है. दुनिया में यह दिन 31 मई 1989 को मनाया गया था और अब भारत में भी यह दिवस मनाया जाता है, ताकि लोगों को इस जानलेवा लत से बचाया जा सके.

गौरतलब है कि जहां यह सन्देश आज दिया जा रहा कभी एक समय था कि प्रदेश में शराब बंदी का दौर था और इस समय इस गांव से ही यह फरमान जारी किया गया था कि जो भी यहां गांव में शराब पिएगा और बेचेगा उसे महिलाओं का घाघरा पहना कर बेईज्जत किया जाएगा, आज उसी गांव से यह जनसंदेश एक सप्ताह तक चलाने का संकल्प युवाओं ने लिया है.

नशा करने से बौद्धिक,शारीरिक और आध्यात्मिक रूप से भी व्यक्ति कमजोर होता है. उन्होंने कहा कि पूरे विश्व के लोगों को तंबाकू मुक्त और स्वस्थ बनाने के लिए तथा सभी स्वास्थ्य खतरों से बचाने के लिए तंबाकू चबाने या धुम्रपान के द्वारा होने वाले सभी परेशानियों और स्वास्थ्य जटिलताओं से लोगों को आसानी से जागरुक बनाने के लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा पहली बार विश्व तंबाकू निषेध दिवस को आरम्भ किया गया. जिसके तहत हर वर्ष यह दिवस जागरूकता के लिए मनाया जाता है.

आयोजक महंत चरणदास महाराज ने कहा कि विश्व से तंबाकू का सेवन पूरी तरह से रोकने या कम करने के लिए और जागरुकता के विचार से इसे मनाया जाता है, इससे समाज में अच्छा सन्देश जाएगा और युवा नशे से बचेगा. नशे से समाज और राष्ट्र खोखला हो रहा है, कहा कि तम्बाकू एक ऐसा जहर है जो दिखाई नहीं देता और शरीर को अंदर-ही अंदर खोखला करता जाता है. चरणदास महाराज ने कहा कि निकोटीन की आदत स्वास्थ्य के लिए बहुत हानिकारक है जो कि जानलेवा होता है, उन्होंने कहा कि यह अभियान एक सप्ताह तक अनेक जिलों में चलेगा. जिसके तहत लोगों को जागरूक किया जाएगा कि तम्बाकू का सेवन शरीर के लिए जानलेवा है, वहीं युवा व युवतियों ने भी कहा कि उन्होंने संकल्प लिया है कि वे नशे से दूर रहेंगे और परिवार को भी नशे से दूर रखेंगे.