भिवानी में अध्यापकों ने निजी शिक्षण संस्थान पर जड़ा ताला

ख़बरें अभी तक। भिवानी में शिक्षा जगत के नामी शिक्षण संस्थान वैश्य मॉडल स्कूल के अध्यापकों ने आज स्कूल की हड़ताल कर स्कूल के मुख्य द्वार का तालेबंदी के साथ घेराव कर विरोध जताया. जिसके चलते मौके पर पुलिस बल भी पहुंचा और मामले को शांत करने की कौशिश की पर अध्यापकों ने शिक्षण संस्थान के सामने धरना दिए रखा और मौके पर प्रबंध समिति के अधिकारियों और भिवानी डीसी की मांग की. लेकिन दोनों के कई घंटों तक न पहुंचने से अध्यापक धरने पर रहे, जिसके चलते शिक्षण संस्थान में विद्यार्थियों की छुट्टी करनी पड़ी.

गौरतलब है कि संस्थान में कुछ समय पहले नई प्रबंध समिति का चयन किया गया और चयन हुई समिति ने अचानक कई वर्षों से सेवा दे रहे शिक्षकों और अन्य कर्मचारियों को हटाने का फरमान जारी कर दिया, साथ में यह  फरमान भी था कि इसके लिए नए सिरे से चयन किया जाए, जिसके के लिए एक परीक्षा होगी और उस परीक्षा को पास करने वाले ही चयन किए जाएंगे. जिसके चलते सभी अध्यापक और चतुर्थ कर्मचारी विरोध पर उतर आए. इनमे कुछ कर्मचारी तो वो हैं जो हर प्रकार की परीक्षा को क्वालीफाई कर करीब 8 -10 वर्ष से सेवा दे रहे है.

इस मामले में जब अध्यापकों से बात की गई तो उन्होंने कहा कि शिक्षण संस्थान ने अचानक तुगलकी फरमान निकालकर हमें बेरोजगार करने की साजिश रची है जिसका हम विरोध कर रहे है, जब तक उनकी मांगे नहीं मानी जाती है तबतक वे धरने प्रदर्शन पर रहेंगे और स्कूल की हड़ताल रखेंगे. नई समिति अपने फरमान को वापिस ले नहीं तो उनका बड़ा अंदोलन होगा. वहीं कर्मचारियों ने कहा कि कहा कि वर्षों से हम यहां सेवा दे रहे है अब अचानक कौन सी समस्या आ गई कि हमें रिलीव किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि समिति ने 75 के करीब अध्यापकों को रिलीव करने का नोटिस जारी किया है जिसका हम विरोध कर रहे है. इस मामले में जब विद्यालय की प्रबंध समिति के पदाधिकारियों से बात कि गई तो उन्होंने कैमरे के सामने आने से मना कर दिया.

वहीं मौके पर पहुंचे प्राइवेट स्कूल वैलफेयर एसोसिएशन के प्रदेश महासचिव व बीजेपी नेता रामअवतार शर्मा ने कहा कि उन्होंने अध्यापकों की समस्या के बारे में यहां जाना है और इनकी समस्या के हल को लेकर प्रबंध समिति से मिलकर जल्द हल किया जाएगा और शिक्षा मंत्री के समक्ष भी इस समस्या को रखेंगे और सभी को वापिस ज्वाइन करवाया जाएगा. वहीं शिक्षण संस्थान के सामने धरने स्थल पर पहुंचे एसएचओ जयसिंह ने बताया कि यहां शिक्षकों के हंगामें की सूचना मिली तो वे मौके पर पहुंचे है और उनकी समस्या को उन्होंने जाना है.