शराब माफियाओं के खिलाफ पटना पुलिस का आॅपरेशन लगातार जारी

खबरें अभी तक। शराब माफियाओं के खिलाफ पटना पुलिस का आॅपरेशन लगातार जारी है. पटना पुलिस की गिरफ्त में एक ऐसा रैकेट आया है, जो लंबे वक्त से राजधानी के शहरी और ग्रामीण इलाकों में अपना कब्जा जमाए हुए था. विदेशी शराब धड़ल्ले से बेचा करता था. इस रैकेट को पकड़ने के लिए पुलिस वालों को भी एक खेल खेलना पड़ा. बात शराब माफियाओं को रंगे हाथ पकड़ने की थी. इसलिए पुलिस वाले खुद कस्टमर बन गए. कस्टमर बनकर शराब माफिया के ठिकाने पर पहुंचे थे. इसके बाद ही पटना पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी.

ये पूरा मामल पटना सिटी के चौक थाना से शुरू होता है. चौक और बाइपास थाना की टीम ने मिलकर इस रैकेट में शामिल 4 लोगों को पकड़ा और 170 कार्टन शराब बरामद किया. इस टीम ने पहले एक पीकअप पर लोड 68 कार्टन शराब बरामद किया. साथ ही 4 लोगों को अरेस्ट भी किया. पकड़े गए लोगों में अजीत चौहान, शंकर मं​डल, उपेन्द्र पासवान और रमेश चौहान शामिल हैं. इनके पास से स्कॉट के लिए रखा बाइक और 10 हजार 500 रुपए जब्त किए गए हैं.

गोदाम में स्टॉक होता था शराब का 

दरअसल, जो लोग गिरफ्तार किए गए हैं. इनमें से ही एक शख्स शराब की खेप लोड करने के लिए दूसरी गाड़ी खोज रहा था. जिसके बारे में चौक के थानेदार अशोक कुमार पांडेय को जानकारी मिली थी. इसके बाद ही वो और उनकी टीम एक्टिव हुई. पकड़े गए लोगों के जरिए ही पुलिस टीम महुली इलाके में उस गोदाम तक पहुंची, जहां पर हरियाणा समेत दूसरे राज्यों से मंगाए गए विदेशी शराब के बड़े खेप को स्टॉक कर रखा जाता था. गोदाम के अंदर से पुलिस ने 102 कार्टन शराब बरामद किया.

हरियाणा तक रैकेट को खंगालेगी पुलिस

पुलिस के अनुसार शराब की खेप को अलग—अलग बोरा के बंडल में पैक किया गया था. पैक करने के बाद पीकअप वैन से उसे खुशरूपुर पहुंचाना था. बताया जाता है कि ग्रामीण एरिया में खुशरूपुर को शराब माफियाओं ने बड़ा अड्डा बना लिया है. पुलिस की कार्रवाई के दौरान एक स्कॉर्पियो पर सवार लोग आए थे. जो पुलिस टीम को देख फरार हो गए. एसएसपी मनु महाराज के अनुसार पकड़े गए 4 लोगों में दो लोग गोदाम के मैनेजर हैं. रैकेट में शामिल लोगों के बारे में पुलिस टीम पता कर रही है. गोदाम मालिक मणि जी की पहचान हुई है. एफआईआर में इन्हें भी नामजद किया जाएगा.