लव मैरिज से नाराज़ परिजनों ने किया घिनौना काम

खबरें अभी तक। हम लोग भले ही अपने समाज को जागरूक समाज मानते हों, या फिर चांद पर जाने की बात करते हों, प्यार से रहने की हिदायत देते हों, या फिर प्यार को हर ताक़त से ताक़तवर मानते हों लेकिन समाज में आज भी प्यार, और प्यार करने वालों के दुश्मन बसते है, यूपी के बुलन्दशहर से जो ख़बर है, वो हमे सोचने मजबूर कर देगी कि आज भी हम कौन से भारत मे जी रहे हैं।
अस्पताल में गर्भवती महिला खुद पर और खुद के परिवार पर हुए ज़ुल्म की दास्ताँ सुना रही है, पीड़िता की माने तो घर में घुसे दबंगों ने हमले में इसकी मासूम बच्ची को भी नहीं बख्सा, और हद तो तब हो गई जब दबंग आरोपी इसकी मासूम बच्ची पर भी तेल डालने की कोशिश करने लगे, आप सुनकर हैरान होंगे और ये भी सोचने पर मजबूर होंगे कि आखिर कोई इस क़दर ज़ालिम कैसे हो सकता है ?
जो घर के मर्दों के साथ महिलाओं पर हमला तो कर ही रहा है साथ मासूम बच्चों को मारने का भी प्रयास कर रहा है, तो हम आपको बताते हैं कि इनपर बेरहमी से हमला करके इन्हें अस्पताल तक पहुंचाने वाले लोग, प्यार के दुश्मन हैं हम ऐसा इसलिए कह रहे हैं क्योंकि अस्पताल में मौत से जंग लड़ रहे इन लोगों का कसूर सिर्फ इतना है कि इस घर के बेटे ने पड़ोस की लड़की से प्रेम किया और दोनों ने कोर्ट के समक्ष जाकर प्रेम विवाह कर लिया।
दरसल बुलन्दशहर के सिकन्द्राबाद कोतवाली क्षेत्र के अंसारियांन की रहने वाली इस पीड़िता के देवर और इनके पड़ोस में रहने वाली युवती आपस मे प्रेम करते थे, दोनों ने एक दूसरे का जीवन साथी बनने की ठान ली, जिसके लिए प्रेमी युगल घर से चले गए जब पुलिस और युवती के परिजनों ने प्रेमी युगल की तलाश की तो प्रेमी युगल ने कोर्ट का सहारा लिया और बीती जनवरी महीने में दोनों ने शादी करली, कोर्ट का आदेश आने के बाद प्रेमी युगल वापस घर लौट आए.
लेकिन युवती के परिजनों को ये सब देखना गवारा ना था जिसके चलते वो युवक के परिजनों के साथ आए दिन गाली-गलौच करते थे, पीड़ित परिवार की माने तो इसकी शिकायत एक बार नहीं बल्कि कई बार सिकन्द्राबाद पुलिस से की गई, लेकिन पुलिस की तरफ से कोई कार्यवाही नहीं कि गई जिसके चलते ना सिर्फ आरोपियों के हौंसले बुलंद हुए बल्कि युवती पक्ष के लोग अपने अज्ञात साथियों के साथ युवक घर पहुंचे और लाठी-डंडे, और धारदार हथियार से पूरे परिवार पर जानलेवा हमला कर दिया, जिसमे एक गर्भवती महिला सहित 3 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए, मौके पर पहुंची पुलिस ने घायलों को सीएचसी पहुंचाया जहां डॉक्टरों ने इनकी हालत नाजुक देखते हुए इन्हें जिला अस्पताल रेफर कर दिया।
 पीड़िता रो-रोकर खुद पर और खुद के परिवार हुए ज़ुल्म की दास्ताँ सुना रही है और बता रही है कि कई बार शिकायत बाद भी पुलिस ने कोई कार्यवाही नहीं लेकिन सुनिए की बुलन्दशहर एसपी सिटी किस तरह पुलिस की नाकामी को छुपाने में लगे हैं।
हालांकि बुलन्दशहर पुलिस के आला अधिकारियों का दावा है कि 5 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है एक कि गिरफ्तारी भी कि जा चुकी है, लेकिन सवाल ये उठता है कि जब पीड़ित परिवार लगातार पुलिस से सुरक्षा की गुहार लगा रहा था और आरोपियों से जान का खतरा बता रहा था तो पहले कार्यवाही क्यों नहीं कि गई? अगर पुलिस समय रहते कार्यवाही करती तो शायद इस परिवार को अस्पताल में पड़े रहकर मौत से जंग नहीं लड़नी पड़ रही होती!