थाईलैंड में आयोजित यूथ एशियन चैंपियनशिप में भिवानी की खिलाड़ियों ने लहराया परचम

ख़बरें अभी तक। हरियाणा- आज की बेटियां किसी भी क्षेत्र में लड़कों से कम नहीं है यह बात एक बार फिर से भिवानी की बेटियों ने साबित कर दी हैं। मिनी क्यूबा के नाम से मशहूर भिवानी की महिला मुक्केबाजों ने बैंकॉक में सम्पन्न यूथ एशियाई मुक्केबाजी में सोना जीतकर विश्व चैंपियनशिप के लिए क्वालीफाई किया है। अब यह महिला मुक्केबाज विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप में अपने हाथ दिखाएंगी।

दोनों खिलाडिय़ों ने कहा कि आने वाली अगस्त में विश्व चैंपियनशिप में वे भाग लेंगी तथा उसमें भी गोल्ड मेडल जीत कर वापिस लौटेंगी। बता दें कि 19 से 28 अप्रैल तक बैंकॉक में आयोजित एशियाई युवा मुक्केबाजी प्रतियोगिता में भिवानी बॉक्सिंग क्लब की तीन महिला मुक्केबाजों ने भारत का प्रतिनिधित्व करते हुए दो स्वर्ण पदक प्राप्त किए है। क्लब में पहुंचने पर इन महिला खिलाडिय़ों का जोरदार स्वागत किया गया।

भिवानी जिले के गांव धनाना निवासी ललिता व नीतू ने गत दिनों 19 से 28 अप्रैल तक थाईलैंड के बैंकॉक में आयोजित चैंपियनशिप में गोल्ड मैडल हासिल करके ना केवल भिवानी का बल्कि पूरे देश का नाम रोशन किया है। उनकी इस जीत पर खिलाडिय़ों में खुशी का माहौल है तथा उनके भिवानी पहुंचने पर दोनों खिलाडिय़ो का जोरदार स्वागत किया गया।

खिलाड़ी नीतू व ललिता का कहना है कि आने वाली अगस्त में विश्व चैंपियनशिप में भी वे भाग लेंगी तथा देश को सोना दिलवाने का प्रयास करेंगी। इसके लिए उन्होंने तैयारियां शुरु कर रखी है। उन्होंने कहा कि वे अपनी जीत का श्रेय अपने कोच जगदीश सिंह को देती हैं। उन्होंने ऐसे गुर दिए जिससे वे यह प्रतियोगिता जीत कर लौटी हैं।

वहीं कोच जगदीश सिंह का कहना था कि देानों खिलाड़ियों ने जीत का परचम लहराया है तथा जीत हासिल करके ना केवल उनका बल्कि पूरे देश का नाम रोशन किया है। जगदीश सिंह ने यह भी कहा कि सरकार द्वारा बनाई गई खेल नीति तो अच्छी है लेकिन अधिकारी उसे सही तरीके से लागू नहीं करते जिस कारण कई बार स्थिति चिंताजनक हो जाती है। उन्होंने कहा कि आने वाली विश्व चैंपियनशिप में भी उनकी खिलाड़ी भाग लेकर जीत हासिल करेंगी।

भिवानी बॉक्सिग क्लब के प्रधान कमल सिंह ने कहा कि दोनों खिलाड़ियों ने अपना अच्छा प्रदर्शन करके जीत हासिल की है। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में भी देानों खिलाड़ी विश्व चैंपियनशिप में भाग लेंगी तथा देश का नाम रोशन करेंगी उन्होंने यह भी कहा कि सरकार द्वारा खेल नीति जो बनाई गई है उसमें खामियां हैं जिस वजह से खिलाडिय़ों ने भी नाराजगी जाहिर की थी।

बता दें कि प्रतियोगिता में नीतू ने 48 किलोग्राम भार वर्ग में स्वर्ण पदक व ललिता ने 69 किलोग्राम भार वर्ग में स्वर्ण पदक प्राप्त किया। वहीं दो बार की विश्व चैम्पियन साक्षी धनाना क्वार्टर फाईनल तक पहुंचकर विश्व मुक्केबाजी के लिए क्वालीफाई करने में सफल रही। नीतू ने 48 किलोग्राम भार वर्ग में नवम्बर-2017 में भी स्वर्ण पदक प्राप्त किया था। अब तीनों मुक्केबाजों अगस्त-2018 में हंगरी में आयोजित होने वाली विश्व मुक्केबाजी प्रतियोगिता में भाग लेंगी।