मोदी सरकार ने पूरे किये 4 साल ,पर गंगा का हाल अब भी बेहाल

खबरें अभी तक। मोदी सरकार के 4 साल पूरे हो गए हैं पर गंगा का हाल ज्यों का त्यों हैं अभी भी गंगा मैली की मैली दिखाई दे रही है। शहर से निकलने वाले नालों पर ट्रीटमेंट प्लांट भी नहीं लगाया गया है। नगर पालिका की तरफ से भी नालों से निकलने वाले पानी को साफ करने का कोई इंतजाम नहीं किया गया है।

आपकों बता दें कि, ट्रीटमेंट प्लांट को लेकर कई सालों से आंदोलन चलाए जा रहे हैं। बहुत से समाजसेवी आमरण अनशन पर भी बैठे तो जिला प्रशासन ने उनको उठाने के लिए बड़े-बड़े वादें किए, लेकिन ट्रीटमेंट प्लांट नहीं लगाया गया। शहर में छपाई करने के सैकड़ों कारखाने चल रहे हैं। उनका रंगीन केमिकल्स युक्त पानी भी गंगा के जल में विष घोल रहा है।

लोगों ने बताया कि आज से 20 वर्ष पहले जनसंख्या कम होने के साथ गंगा के जल का दोहन नहीं होता था। अब कई कार्यों में जल का दोहन किया जा रहा है। गंगा में जो जल के रूप में पानी दिखाई दे रहा है उसका आधा पानी गंदे नालों से आता है। सरकार इस मामले में कुछ नहीं कर रही है।

इस बारे में जिलाधिकारी मोनिका रानी से बात की गई तो उन्होंने बताया कि नाले के पानी को खन्ता नाला में डायवर्जन करा दिया जाएगा। इसका स्थलीय निरीक्षण होगा और जो भी इंजीनियरिंग विभाग के अधिकारी है, वो वहां जाएंगे। जो भी संभव होगा वो किया जाएगा।