इराक से भारत लाये गए 39 भारतीयों के शवों को के परिवार वालों ने सरकार पर उठाए सवाल

खबरें अभी तक। इराक में IS के द्वारा मारे गए 39 भारतीयों का शव वापस आ चुका है जिसके बाद आज उनके परिवार वालों को यह शव दिया गया. सरकार ने शव दिए जाने से पहले मृतकों के परिवार से शवों को खोलने को मना कर दिया है जिसके बाद सरकार पर कई सवाल खड़े करते हुए परिवार के लोगों ने कहा कि हम कैसे माने की यह शव हमारे लोगों का ही है.

बताते चलें कि इराक में मारे गए 39 भारतीयों में से 38 के शव के अवशेष सोमवार को विशेष विमान से भारत वापस लाए गए. अवशेषों को वापस लाने के लिए केंद्रीय राज्यमंत्री जनरल वीके सिंह खुद इराक गए थे .ये अवशेष भारत तो आ गए, लेकिन सरकार के एक आदेश ने मृतकों के परिजनों को सकते में डाल दिया है.

केंद्र सरकार ने आदेश जारी किया है कि जो अवशेष आ रहे हैं, उनके ताबूत न खोले जाएं, क्योंकि उसमें कई प्रकार की गैसें हैं, जो इंसान के लिए घातक साबित हो सकती हैं. सरकार के इस आदेश के बाद मृतकों के परिजनों ने कहा कि इस आदेश के बाद उनको सरकार के ऊपर शक है. उनका कहना है कि वो इस पर कैसे विश्वास करें कि जो अवशेष मिले हैं, वो उन्हीं के परिजनों के ही हैं?

जालंधर के बलवंत राय के परिजनों का कहना है कि पहले ही हम और कई परिवार वाले कह चुके हैं कि वो पहले ताबूत देखेंगे और डीएनए की पुष्टि के बाद अंतिम संस्कार करेंगे, लेकिन सरकार के इस आदेश के बाद लगता है कि सरकार उनके साथ धोखा कर रही है. हमारे पास न तो कोई ऐसा सबूत है और न ही कोई ऐसी निशानी, जिससे हमें यकीन हो जाए कि यह शव हमारे बेटे राकेश कुमार का ही है. हमें कोई भी ऐसी चीज नहीं दी गई है, जिससे यह साबित हो सके कि हम अपने बेटे का ही अंतिम संस्कार कर रहे हैं.