धर्मशाला में सीयू की स्थापना के लिए निकाली रैली

खबरें अभी तक। केंद्रीय विश्वविद्यालय की धर्मशाला में स्थापना के लिए स्थानीय कांग्रेस ने पूर्व मंत्री सुधीर शर्मा की अगुवाई में शनिवार को रैली निकाली। इस मौके पर सुधीर शर्मा ने कहा, केंद्रीय विवि के मसले पर प्रदेश सरकार की मंशा ठीक नहीं है। सरकार सीयू को धर्मशाला कीबजाए देहरा में खोलने का प्रयास कर रही है। अगर ऐसा होगा तो विरोध किया जाएगा। कहा कि वर्तमान में सीएम का यह बयान आ जाए कि दो माह में देहरा में सीयू का कार्य शुरू होगा और भाजपा के स्थानीय नेता इस पर कोई विरोध न करें तो कई सवाल उठना लाजिमी है। कहा कि धर्मशाला में जमीन का चयन हो गया है, ऐसे में यहां इसकी स्थापना होनी चाहिए। सुधीर शर्मा ने कहा कि जब सीयू के मसले पर कांग्रेस के प्रदर्शन की स्थानीय विधायक को जानकारी चली तो उन्होंने तुरंत इसे लेकर बयान दे दिया। सुधीर शर्मा ने कहा कि जहां तक मौजूदा विधायक पर्यटन को लेकर सवाल उठा रहे हैं तो वह पहले बताएं कि कई साल धर्मशाला के नेता रहे हैं, उन्होंने अपने कार्यकाल में धर्मशाला के लिए क्या किया। इस मौके पर प्रदेश कांग्रेस के सचिव विरेंद्र कटोच सहित अन्य मौजूद रहे।

धर्मशाला : विश्वभर में आजकल जिन देशों की गिनती विकसित श्रेणी में होती है, उन देशों ने भाषा को महत्व देकर काम किया है। हमें भी भारत को विकसित देशों की सूची में लाने के लिए इतिहास और भाषा को सामने रखना होगा। यह बात केंद्रीय विश्वविद्यालय धर्मशाला के धौलाधार परिसर में सम्राट ललितादित्य व्याख्यानमाला में प्रख्यात       निर्माता यशभान सिंह ने कही। वह वर्तमान विकास मॉडल में औपनिवेशिक दृष्टि विषय पर व्याख्यान दे रहे थे। कहा कि संस्कृत भाषा और विज्ञान के बीच दूरी के कारण हमारे देश का विकास मॉडल सफल नहीं नहीं हो पाया है। जिस प्रकार विकसित देशों ने भाषाओं को आगे रखकर तकनीक को बढ़ावा दिया है उसी प्रकार भारत को एक भाषा में तकनीक को बढ़ावा देने की जरूरत है। कहा कि अतिनैतिकता के कारण भी हमारा विकास प्रभावित हुआ है। इस मौके पर व्याख्यानमाला के संयोजक डॉ. जेपी सिंह सहित सीयू के शोधार्थी और विद्यार्थी मौजूद रहे।