किधर जाएगी भारत-नेपाल रिश्तों की गाड़ी, पीएम ओली का चीन प्रेम है काफी पुराना

पिछले कुछ वर्षों से भारत और नेपाल के रिश्तों में घुल रहा तनाव क्या आगे भी जारी रहेगा? क्या भारत अपने इस अभिन्न पड़ोसी देश को चीन के पाले में जाने से रोक सकेगा? इसके उत्तर अगले हफ्ते मिलने के आसार हैं। नेपाल के प्रधानमंत्री के पी ओली 06 अप्रैल को भारत के तीन दिवसीय दौरे पर आ रहे हैं। ओली के पीएम बनने के बाद नेपाल ने जिस तरह से चीन के साथ रिश्तों को ज्यादा तरजीह देने और पाकिस्तान के पीएम शाहिद खक्कान अब्बासी को आमंत्रित कर भारत को जो संकेत दिए हैं, उसको लेकर भारतीय कूटनीतिक सर्किल में खासी चिंता थी। लेकिन ओली ने भारत को अपने पहले विदेश दौरे के लिए चयनित कर यह संकेत दिया है कि वह भारत के साथ रिश्तों को लेकर भी गंभीर हैं।

भारत और नेपाल के विदेश मंत्रालयों ने ओली की नई दिल्ली यात्रा की जानकारी दी। उनके साथ उनके कैबिनेट के कई वरिष्ठ सदस्य, कई मंत्रालयों के वरिष्ठ अधिकारी व सचिव और सांसद भी होंगे। नई दिल्ली में उनकी पीएम नरेंद्र मोदी के साथ द्विपक्षीय वार्ता के अलावा राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू से भी मुलाकात होगी। इस दौरान ओली पंतनगर, उत्तराखंड की यात्रा भी करेंगे। यात्रा के दौरान द्विपक्षीय मुद्दों से जुड़े तमाम पहलुओं पर वार्ता होगी।