नई शिक्षा योजनाओं की घोषणा के साथ जावड़ेकर ने CBSE मामले को बताया दुर्भाग्‍यपूर्ण

मानव संसाधन विकास (एचआरडी) मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने गुरुवार को प्रेस कांफ्रेंस कर शिक्षा के लिए शुरू की गयी नई योजनाओं के बारे में विस्‍तार से बताया। उन्‍होंने शिक्षा में तकनीक को लाने की योजना के बारे में बताते हुए कहा कि जल्‍द ही हर कक्षा में डिजिटल बोर्ड होगा जिससे शिक्षा के स्‍तर में प्रगति होगी। इसके अलावा उन्‍होंने सीबीएसई पेपर लीक मामले को दुखद और दुर्भाग्‍यपूर्ण बताया और कहा कि अपराधियों को पकड़ा जाएगा।

उन्‍होंने छात्रों व उनके माता-पिता के साथ सहानुभूति व्‍यक्‍त की। इस मामले को पीएम ने भी गंभीरता से लिया है। सूत्रों के अनुसार पुलिस ने लीक पेपर पाने वाले 10 छात्रों की पहचान कर ली है। इन सभी से पूछताछ की जाएगी।

इससे पहले उन्‍होंने अटल बिहारी वाजपेयी के समय शुरू हुए सर्व शिक्षा अभियान का भी जिक्र किया था। उन्‍होंने बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ के लिए 3,700 कस्‍तूरबा गांधी विद्यालयों का उललेख करते हुए कहा कि अब बारहवीं तक शिक्षा उपलब्‍ध होगी जो पहले आठवीं तक ही थी। हर स्‍कूल में लाइब्रेरी होगा।

 इससे पहले कैबिनेट ने क्रेडिट गारंटी फंड फॉर एजुकेशन लोन स्कीम को जारी रखने के प्रस्ताव को मंजूरी दी युवाओं को पढ़ाई के लिए आसानी से कर्ज मुहैया कराने के लिए सरकार ने ‘क्रेडिट गारंटी फंड फॉर एजुकेशन लोन स्कीम’ और ‘ब्याज सब्सिडी योजना’ को जारी रखने का फैसला लिया है। केंद्र के इस फैसले से यह योजना 2020 तक चलेगी और इससे 10 लाख युवाओं को कर्ज मिल सकेगा। सरकार इस पर भारी भरकम 6600 करोड़ रुपये खर्च करेगी। कैबिनेट ने इस योजना में कई बदलाव भी किए हैं। नए प्रावधानों के अनुसार, छात्र 7.5 लाख रुपये तक का कर्ज ले सकेंगे। साथ ही कर्ज चुकाने की शुरुआत कोर्स की अवधि पूरी होने के एक साल बाद होगी।उल्लेखनीय है कि यह योजना 2009 से चल रही है। उस समय इसमें प्रति वर्ष 2.78 लाख रुपये का शिक्षा कर्ज दिया जाता था जो बढ़कर 3.3 लाख रुपये हुआ। सरकार ने सबको गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मुहैया कराने की अपनी नीति के तहत इस योजना में बदलाव को मंजूरी दी है।