केंद्र सरकार की तरफ  से घोषित नैशनल हाईवे को राजनीतिक हाईवे बताया : अग्निहोत्री

खबरें अभी तक।  कांग्रेस विधायक दल के नेता मुकेश अग्निहोत्री ने कटौती प्रस्ताव पर चर्चा को शुरू करते हुए केंद्र सरकार की तरफ  से घोषित नैशनल हाईवे को राजनीतिक हाईवे बताया, जिसे चुनाव से समय घोषित कर दिया। उन्होंने कहा कि सरकार को यह बताना चाहिए कि 4,210 किलोमीटर एन.एच. के लिए 65,000 करोड़ का बंदोबस्त क्या 5 साल की अवधि में हो जाएगा। उन्होंने कहा कि एन.एच. का मामला अभी कंसल्टैंसी पर लटका है, जिसे सरकार 31 मार्च तक पूरा करने की बात कह रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि चुनावी समय में राजनीतिक लाभ लेने के लिए एन.एच. की घोषणा की गई।

खोदा पहाड़ निकली चुहिया
उन्होंने कहा कि अब तक 270 करोड़ मिले हैं, जिसका मतलब यह है कि खोदा पहाड़ निकली चुहिया। उन्होंने कहा कि घोषणाएं करना आसान है, लेकिन जब जवाबदेही की बात आएगी तो सरकार को इसका जवाब देना होगा। उन्होंने कहा कि एन.एच. पर सरकार को फैक्टर-टू के तहत मुआवजा देना होगा, क्योंकि पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल नेता प्रतिपक्ष के पद पर रहते हुए ऐसी घोषणा करते रहते थे। उन्होंने कहा कि डी.पी.आर. के बाद टैंडर होने हैं और उसके बाद अन्य प्रक्रियाओं को निपटाया जाना है। उन्होंने कहा कि कई तो ऐसी सड़कें एन.एच. घोषित कर दी गई हैं, जहां पर स्कूटर तक नहीं जा सकते, ऐसे में अच्छे दिन और अच्छी बात का पता आने वाले समय में चल सकेगा। यह 65,000 करोड़ का जुमला है, जिसकी चुनाव के समय घोषणा की गई।

बंद नहीं होना चाहिए विपक्षी विधायकों की डी.पी.आर. का काम 
उन्होंने कहा कि रोहड़ू-हाटकोटी सड़क पर बवंडर मचा लेकिन पूर्व सरकार ने इसे बनाया। सुरंग बनाने का मामला कई सालों से लटका है। बजट में 600 करोड़ से जलोड़ी से सैंज सुरंग बनाने की बात कही गई है। उन्होंने राज्य में सड़कों की हालत को खराब बताया तथा ब्लैक स्पॉट पर ध्यान देने की बात कही। उन्होंने कहा कि विपक्षी विधायकों की डी.पी.आर. का काम बंद नहीं होना चाहिए और इसे आऊटसोर्स पर बनाया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि भूमि अधिग्रहण बड़ा मामला है। उन्होंने कहा कि बजट में सड़क, पुल और सुरंग निर्माण इत्यादि पर झलक देखने को नहीं मिल रही। यानि सिर्फ एन.एच. की ही बात को सरकार कहती फिर रही है।