डाटा शेयरिंग मामला: ‘नमो एप’ पर राहुल गांधी के आरोपों को उनकी ही भाषा में भाजपा ने दिया जवाब

डेटा लीक मामले में कांग्रेस और भाजपा के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है। सोशल मीडिया पर दोनों पार्टियां एक दूसरे की गलत साबित करने में लगे हुए हैं। फेसबुक इस्तेमाल करने वाले लोगों की डेटा चोरी को लेकर भारत में गर्म राजनीतिक पारे के बीच कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री के मोबाइल एप ‘नमो’ पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि मोदी अपने अमेरिकी दोस्त कंपनियों के साथ डेटा साझा कर रहे हैं। इस आरोप पर प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने पलटवार किया है। पीएमओ का कहना है कि राहुल गांधी और कांग्रेस को तकनीक की जानकारी नहीं है। भाजपा ने राहुल गांधी के आरोपों का जवाब उन्हीं की भाषा में देते हुए कहा है कि कांग्रेस की बेवसाइट से यूजर्स का निजी डाटा सिंगापुर के साथ शेयर किया जाता है।

राहुल ने पहले ट्विटर पर लिखा कि, ‘मेरा नाम नरेंद्र मोदी है। मैं भारत का प्रधानमंत्री हूं। जब आप मेरे आधिकारिक एप को ‘साइन अप’ करते हैं तो मैं आपका सारा डेटा अमेरिकी कंपनियों में अपने दोस्तों को दे देता हूं।’ इसके साथ राहुल ने एक स्टोरी भी शेयर की है जिसमें फ्रांस के एक ट्विटर यूजर के हवाले से किए गए ट्वीट का जिक्र है। इसमें दावा किया गया है कि जब नरेंद्र मोदी एप को डाउनलोड किया जाता है तो ऐसे लोगों की सारी जानकारी उनसे पूछे बगैर एक दूसरी साइट को चली जाती है। राहुल गांधी ने अपने ट्वीट में मीडिया पर भी सवाल उठाते हुए कहा है कि मुख्यधारा के मीडिया को धन्यवाद जो इस मुद्दे को छिपाने का काम कर रहे हैं।

राहुल के इस आरोप पर पीएमओ ने कहा है कि राहुल गांधी लोगों का ध्यान भटकाने के लिए ऐसा कर रहे हैं। पीएमओ ने बताया कि नरेंद्र मोदी एप अलग किस्म की एप है जो किसी भी यूजर को ‘गेस्ट मोड’ में आने की अनुमति भी देती है। ऐसे में एप के इस्तेमाल पर किसी प्रकार की अनुमति या डेटा देने की जरूरत नहीं होती। पीएमओ ने यह भी बताया कि विशेष परिस्थितियों में जानकारी मांगी जाती है। उदाहरणार्थ, अगर कोई सेल्फी कैंपेन का हिस्सा बनना चाहता है तो उसके लिए फोटो शेयर करने की जरूरत होती है। साथ ही अगर कोई व्यक्ति अपनी ईमेल आईडी और जन्मतिथि की जानकारी देता है तो उसे प्रधानमंत्री मोदी की तरफ से बधाई संदेश भेजा जाता है। एप के हर अलग फंक्शन से संबंधित जु़ड़ी जानकारी ही मांगी जाती है। जबकि एप शुरू होने पर कोई जानकारी नहीं मांगी जाती।