तंवर की साइकिलों को विधानसभा कूच नहीं करने देगी पुलिस

खबरें अभी तक। हरियाणा विधानसभा के बजट सत्र के पहले दिन आज भले ही सदन में हंगामा न हो, लेकिन सदन के बाहर सड़कों पर जरूर हंगामा होगा। भाजपा सरकार के साढ़े तीन साल के कार्यकाल का हिसाब मांगने के लिए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डा. अशोक तंवर साइकिल पर सवार होकर विधानसभा की तरफ कूच करने को तैयार हैं। वहीं कर्जमाफी और स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट लागू करने की मांग को लेकर किसान भी सड़कों पर उतर चुके हैं।

अशोक तंवर के नेतृत्व वाले काफिले और आंदोलनकारी किसानों को चंडीगढ़ पुलिस हरियाणा विधानसभा की तरफ शायद ही कूच करने दे। ऐसे में टकराव तय है। तंवर ने चंडीगढ़ में मैराथन बैठकें लेकर साइकिल यात्रा की तैयारियों को अंतिम रूप दिया। तंवर ने चंडीगढ़ में ही रात भी बिताई।

कांग्रेस के प्रांतीय कोषाध्यक्ष तरुण भंडारी के अनुसार तंवर कालका में काली माता मंदिर में शीश नवाकर साइकिल यात्रा की शुरुआत करेंगे। तंवर ने परिवर्तन लाओ-हरियाणा बचाओ नाम से साइकिल यात्रा के जरिए सरकार से साढ़े तीन साल का हिसाब किताब मांगा है।

तंवर अपनी पार्टी का चुनाव घोषणा पत्र भी तैयार करने में जुटे हैं। साइकिल यात्रा में करीब दो हजार साइकिलें होंगी। हर यात्री ने राहुल गांधी और अशोक तंवर के मुखौैटे पहने होंगे। चंडीगढ़ की ओर से बढ़ते हुए पंचकूला के आसपास ही इन कार्यकर्ताओं को रोका जा सकता है।

दूसरी तरफ भाकियू अध्यक्ष स. गुरनाम सिंह चढूनी के नेतृत्व में पदयात्रा रादौर से चलकर रविवार को पंचकूला के गुरुद्वारा नाडा साहिब पहुंच गई है। सोमवार को यहां से किसान चंडीगढ़ में हरियाणा विधानसभा की तरफ कूच करेंगे। इन किसानों को भी विधानसभा की तरफ कूच नहीं करने दिया जाएगा।