90% लोगों की पसंद थे युवराज फिर भी अश्विन क्यों बने किंग इलेवन पंजाब के कप्तान

खबरें अभी तक। आईपीएल सीज़न 11 के लिए अब सभी टीमों ने अपना विनिंग कॉम्बिनेशन और तैयारियां शुरू कर दी हैं. आईपीएल सीज़न 11 में लगभग सभी टीमें कुछ नई टीम और नए समीकरण के साथ मैदान पर उतर रही है.
इसी बीच सोमवार को किंग्स इलेवन पंजाब की टीम ने स्टार स्पिनर अश्विन रवि के रूप में अपने नए कप्तान का एलान भी कर दिया है. पहली बार इस टीम से खेलने वाले स्पिन गेंदबाज रविचंद्रन अश्विन टीम के नए कप्तान के रूप में चुनकर टीम मैनेजमेंट ने बड़ा दांव चला है.

पंजाब टीम ने युवराज सिंह और डेविड मिलर जैसे बड़े और अनुभवी खिलाड़ियों को नजरअंदाज करते हुए अश्विन को अपना कप्तान बनाया. अश्विन इससे पहले 8 सीजन तक चेन्नई सुपर किंग्स के लिए खेले. बैन के बाद वो राइजिंग पुणे सुपरजाइंट की ओर से खेले थे.

लेकिन टीम का नया कप्तान चुनने के बाद वीरेंदर सहवाग ने एक किंग्स इलेवन पंजाब के फेसबुक लाइव के जरिये बताया कि आखिर क्यों उन्होंने युवराज के मुकाबले अश्विन पर ज्यादा भरोसा जताया. वीरू ने कहा कि ‘लगभग 90% लोगों की पहली पसंद युवराज हैं लेकिन मुझे लगा कि मेरा कप्तान अलग होना चाहिए.’ सहवाग का इशारा यही था कि वो अश्विन को टीम का कप्तान देखना चाहते थे. इस बयान के बाद उन्होंने किंग्स के नए कप्तान अश्विन का परिचय भी करवाया.

सहवाग ने युवराज को कप्तान नहीं बनाए जाने पर कहा, ‘सपोर्ट स्टाफ और ऑनर्स के वोट भी अश्विन के फेवर में थे और मुझे भी यही लगा कि एक गेंदबाज़ ही बेहतर कप्तान हो सकता है. हालांकि युवराज मेरे अच्छे दोस्त हैं लेकिन क्रिकेट के बीच दोस्ती नहीं आती.’

बतौर कप्तान टीम की जिम्मेदारी मिलने पर अश्विन ने भी अपनी खुशी का इज़हार किया.

जनवरी में हुए ऑक्शन में किंग्स ने उन्हें 7.6 करोड़ रुपये में अपने साथ जोड़ा. बतौर कप्तान अश्विन छोटे फॉर्मेट में काफी सफल रहे हैं. जबकि फर्स्ट क्लास क्रिकेट में उन्होंने एक मैच में कप्तानी की जिसमें उन्हें हार का सामना करना पड़ा. लेकिन लिस्ट में उनका रिकॉर्ड शानदार रहा है. उन्होंने बतौर कप्तान 15 मुकाबले खेले जिसमें 12 में उन्होंने टीम को जीत दिलाई.