खबरें अभी तक। मोबाइल फोन आज के समय में दैनिक मूलभूत आवश्यकताओं में शामिल हो गया है। पूरी दुनिया की जानकारी एक छोटे से मोबाइल में आसानी से मिल जाती है। आपको कहां जाना, किससे मिलना है, कब जाना है सब कुछ इसमें अपडेट कर सकते हैं।
अब सबसे खास बात यह है कि दिव्यांग बच्चे एंड्राइड फोन का उपयोग कर रहे हैं। शासकीय दृष्टि एवं श्रवण बाधित विद्यालय मठपुरैना के छात्र कुछ मोबाइल एप्स के माध्यम से पढ़ाई व बातचीत कर रहे हैं। वे टॉक बेग, वाइस कंमाड, डायरेक्ट कमांड एप्लीकेशन्स के माध्य से धड़ाधड़ चला रहे फेसबुक, वॉट्सएप चला रहे हैं।
टॉक बेग से करते हैं ऑपरेट
साधारण व्यक्ति की तरह दिव्यांग छात्र भी मोबाइल का उपयोग कर रहे हैं। टॉक बेग एप्लीकेशन की सहायता से मोबाइल के सभी फंक्शन आसानी से ऑपरेट हो जाते हैं। मूक-बधिर छात्रों के लिए यह एप्लीकेशन बहुत कारगर साबित हो रहा है। इसमें मैसेज टाइप कर वाइस में बदला जा सकता है। किसी भी व्यक्ति से इसके माध्यम से धीरे-धीरे बातचीत हो जाती है।
दृष्टि बाधित बच्चों के लिए वाइस कमांड एप्लीकेशन सबसे ज्यादा उपयोगी है। किसी भी तरह के लेटर को टाइप करने या मैसेज करने में इसे उपयोग किया जा रहा है। वाइस कमांड की खासियत यह है कि दिव्यांग छात्र इसके माध्यम से किसी भी तरह का मैसेज, एप्लीकेशन को चला रहे हैं।
लेक्चर सुनने के लिए आसान
दिव्यांग छात्र शशि कुमार बताते हैं कि स्कूल में जो भी पढ़ाया जाता है, हम मोबाइल में रिकॉर्ड कर लेते हैं। इसके लिए डायरेक्ट कमांड का इस्तेमाल करते हैं। सुनकर पढ़ने व समझने की सुविधा भी इस एप्लीकेशन से मिल जाती है। इसका सबसे बड़ा फायदा यह मिला है कि हम रोजाना सभी विषयों के लेक्चर को रिकॉर्ड कर लेते हैं।