हिंदुस्तानी दूल्हे का जापानी गुड़िया ने चुराया दिल, दुल्हनिया को नहीं आती हिन्दी

ख़बरें अभी तक: कहते हैं प्यार की कोई सीमा नहीं होती… सच्चा प्यार न तो सरहदें देखता है और ना ही धर्म और जात.. ऐसा ही एक वाकया देखने को मिला है झज्जर के सुनील यादव और जापान की रेयोको ओकामोतो के बीच… सात समंदर पार से हरियाणा के झज्जर का छोरा विदेशी बहू लेकर आया है… दोनों ने झज्जर में हिंदू रीति रिवाज से विवाह की रस्में निभाई और सात जन्म तक एक दूसरे का साथ देने के कसमे वादे किए। दोनों की शादी से परिजन भी बेहद खुश हैं। शादी की खुशी में विदेशी दुल्हनिया के परिजन भी हरियाणवी गानों पर जमकर थिरकते दिखाई दिए…

हरियाणा का छोरा लाया जापान की गुड़िया, शादी में जमकर थिरके परिवार वाले

हिंदुस्तानी दूल्हे का दिल जापानी गुड़िया ने चुरा लिया

डीजे की धुन पर वर पक्ष की महिलाओं के साथ नाचती जापानी महिलाओं ने शादी को खूब इंजाय किया… दोनों परिवार बेहद खुश नजर आ रहे है। सुनील की जापानी गुड़िया से पहली मुलाकात कॉफी मीट्स बेगल एप पर हुई थी… इसके बाद दोनों की दोस्ती बढ़ती गई और प्यार में तब्दील हो गई। ऐसे ही हिंदुस्तानी दूल्हे का दिल जापानी गुड़िया ने चुरा लिया। सुनील ने बताया कि उनके परिवार ने दोनों की शादी के लिए हामी भरी और रेयोको ओकामोतो सात समंदर पार से हिन्दू रीति रिवाज से शादी करने के लिए उनके साथ चली आई। सुनील ने बताया कि सांस्कृतिक भिन्नता की बात शुरूआत में महसूस होती थी लेकिन जब मिलते रहे तो लगा कि एक साथ ही जीवन बिताना है और अब शादी भी हो गई…

जापानी दुल्हनिया को नहीं आती हिन्दी

सुनील की उम्र 36 साल है। सुनील सिंगापुर की राकुटन कम्पनी में ए आई इंजिनियर के तौर पर काम करता है। सुनील की दुल्हनिया भी सिंगापुर में ही काम करती है। हिन्दुस्तान की दुल्हनिया बनी रयोको ने नमस्ते इंडिया कहकर अपनी शादी की खुशी भी जाहिर की। रयोको को हिन्दी नहीं आती है लेकिन दिल की भाषा बखूबी समझती है। रयोको का कहना है कि वो हिन्दुस्तानी संस्कृति को सीखने और समझने की कोशिश कर रही हैं। 

माता पिता अपने बेटे के लिए खुश

वहीं सुनील के माता पिता झज्जर में रहते है। जब सुनील ने जापानी दुल्हनिया के बारे में घर बताया तो मां ने कहा कि वो उससे कैसे बात करेगी। ना वो उसकी भाषा समझती है और ना मै उसकी बात समझ पाउंगी। लेकिन बेटे के प्यार की खातिर मां ने भी हां कर दी। मां का कहन है कि इशारों की भाषा और कुछ कुछ हिन्दी में वो बात कर लेती है। माता पिता अपने बेटे के लिए खुश है ।