रामचरितमानस के अपमान पर केस दर्ज, स्वामी प्रसाद मौर्य समेत 10 लोगों पर FIR दर्ज…

ख़बरें अभी तक: इन दिनों उत्तर प्रदेश में लगातार रामचरितमानस को लेकर महाभारत होती हुई दिखाई दे रही है। क्योंकि स्वामी प्रसाद मौर्य के रामचरितमानस को लेकर दिए गए बयान को लेकर लगातार तूल पकड़ता जा रहा है। एक के बाद एक बयानबाजी का सिलसिला जारी है। इन सबके बीच रामचरितमानस की प्रतियां फाड़ने और जलाने के मामले में लखनऊ पुलिस ने पीजीआई थाने में आठ आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है।

बताया जा रहा है कि इन लोगों के खिलाफ धार्मिक भावना भड़काने के मामले में केस दर्ज किया गया है। तो वहीं अब इस एफआईआर को लेकर स्वामी प्रसाद मौर्य का बयान सामने आया है। उनका कहना है कि इस उनके न होने पर भी इस एफआईआर में उनका नाम लिखा गया है। उनको न्यायालय पर पूरा भरोसा है।

वहीं अब स्वामी प्रसाद मौर्य विवाद पर अखिलेश यादव ने भी अपनी चुप्पी तोड़ी है। अखिलेश यादव ने स्वामी प्रसाद मौर्य को लेकर कहा कि वो खुद भी शूद्र हैं और वो धर्म और रामचरित मानस के बारे में ज्यादा कुछ नहीं जानते।

इस मामले में एक के बाद एक बयानबाजी का सिलसिला जारी है। तो ऐसे में रामचरितमानस मामले को लेकर मायावती का ट्वीट सामने आया है। बसपा प्रमुख मायावती ने रामचरितमानस विवाद को लेकर ट्वीट कर सपा और बीजेपी, दोनों ही दलों पर हमला बोला है। मायावती ने कहा है कि रामचरितमानस को लेकर बीजेपी की प्रतिक्रिया और सपा नेतृत्व के मौन से साफ है कि दोनों दलों की मिलीभगत है।

आपको बता दें कि बीते दिन अखिल भारतीय ओबीसी महासभा ने अपना विरोध दर्ज कराया था। इसके तहत उन्होंने रामचरितमानस की कुछ प्रतियों में आग लगाया और उन्हें जलाकर विरोध दर्ज कराया। इस दौरान कार्यकर्ताओं ने पन्ने पर रामचरितमानस की चौपाईयां लिखी प्रतियों को फाड़ा। इसके बाद जलाना शुरू कर दिया। विरोध दर्ज कराते हुए कार्यकर्ताओं का कहना था कि रामचरितमानस की विवादित पंक्तियों में संशोधन किया जाए। उन्होंने कहा कि अगर ऐसा नहीं होता है, तो हमारा विरोध प्रदर्शन लगातार जारी रहेगा। इस घटना का वीडियो भी सोशल मीडिया पर काफी वायरल हुआ था। इसी मामले में पुलिस ने ये एक्शन किया है।