गरीबों के सस्ते राशन पर संकट,डिपो होल्डर की कालाबाजारी आई सामने

ख़बरें अभी तक: हरियाणा में राशन डिपो के नाम पर कई तरह के फर्जीवाड़े सामने आते हैं जिसमें कभी डिपो से राशन गायब मिलता है, कभी कम राशन दिया जाता है तो कभी गरीबों की फर्जी हाजिरी लगाकर राशन बेच दिया जाता है, इन्ही को डिपो मे कालाबाजारी का नाम दिया जाता है। हरियाणा के बल्लभगढ़ में भी डिपो से फर्जीवाड़े का एक मामला सामने आया है। आपको बता दें कि सीएम फ्लाईंग फरीदाबाद को सूचना मिली थी कि कुम्हारवाडा, बल्लबगढ में सरकारी राशन डिपोधारक की ओर से राशन को कार्ड धारकों में वितरित करने की बजाय कालाबाजारी का खेल खेला जा रहा है।

टीवी स्क्रीन पर हम उस डिपो की तस्वीरें दिखा रहे हैं जहां का ये मामला है। टीवी स्क्रीन पर दिखाई दे रही राशन की दुकान का ये नजारा देखिए… इस तख्ती पर साफ दिखाई दे रहा है—- सस्ते राशन की सरकारी दुकान। लेकिन क्या सार्वजनिक वितरण प्रणाली के नाम जो बातें कही जाती है… क्या सच में ये दुकान उन पैमानों पर खरी उतरती है…. कुम्हारवाड़ा की इस दुकान के संबंध में ऐसा हरगिज नहीं देखने को मिलता।

खाद्य एवं आपूर्ति विभाग ने जब इस डिपो को चैक करवाया तो मामला इस टाईटल के बिल्कुल खिलाफ नजर आया। विरेन्द्र सिंह खाद्य निरीक्षण की ओर से इस राशन डिपो का भौतिक निरीक्षण करने और आनलाईन राशन का मिलान करने पर इसमें कम रिकार्ड देखने को मिला।

इस डिपो में बाजरा 4 हजार 9 सौ कि.ग्रा., गेंहू 3 हजार 8 सौ 90 कि.ग्रा. और चीनी 90 कि.ग्रा. रिकार्ड से कम पाई गई। इतना ही नहीं इसे लेकर राशन डिपो होल्डर कोई संतोषजनक जवाब भी नहीं दे पाया। जिससे प्रथम दृष्टया सरकारी राशन की कालाबाजारी की गई लगती है। इस संबंध में विरेन्द्र सिंह खाद्य निरीक्षक की शिकायत पर स्थानीय पुलिस थाना शहर बल्लबगढ़ में आवश्यक वस्तु अधिनियम के तहत अभियोग अंकित कराया गया है।