ख़बरें अभी तक || भारत ने श्रीलंका को तीन वनडे की सीरीज के पहले मुकाबले में 80 गेंद रहते 7 विकेट से मात दी । भारत की इस शानदार जीत का श्रेय हीरो पृथ्वी शॉ और ईशान किशन को जाता है। जहां शॉ ने 24 गेंद में 43 रन की पारी खेली, तो किशन ने अपने डेब्यू वनडे में 42 गेंद में 59 रन ठोके। इस मैच में जो हैरान कर देनी वाली बात थी वो ये कि किशन ने मैच में जिस अंदाज में बल्लेबाजी की, उसे देखकर ये लगा ही नहीं कि वो अपना पहला वनडे खेल रहे हैं। जिस तरीके से उन्होंने वनडे पारी की शुरुआत छक्के से की इसी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि वो कितने बेखौफ होकर खेले। साथ ही किशन की तरह शॉ ने भी आक्रामक अंदाज में बल्लेबाजी की। सिर्फ 24 गेंद में 43 रन बनाते हुए इन दोनों बल्लेबाजों ने पहले 15 ओवर में ही मैच भारत की झोली में डाल दिया था।
किशन और शॉ की इस पारी से भले ही टीम इंडिया जीत गई हो। लेकिन इसने शिखर धवन और केएल राहुल के रास्तें में मुश्किलें खड़ी कर दी है। ऐसा इसलिए क्योंकि इस साल अक्टूबर-नवंबर में यूएई में टी20 विश्व कप होना है। इससे पहले भारत की यह आखिरी सीमित ओवर सीरीज होगी। इसे टी20 विश्व कप के लिए टीम में एक या दो खाली स्लॉट भरने के मंच के रूप में भी देखा जा रहा है। सबसे ज्यादा खींचतान ओपनिंग को लेकर है। क्योंकि इस जगह पर खेलने के लिए कई बड़े दिग्गज खिलाड़ी जिनमें रोहित शर्मा, शिखर धवन के अलावा विराट कोहली और केएल राहुल भी दावा कर सकते है।
विराट वैसे तो तीन नंबर पर बल्लेबाजी करते हैं। लेकिन आईपीएल 2021 के रोके जाने से पहले उन्होंने 7 मैच में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के लिए ओपनिंग की थी। इतना ही नहीं, इंग्लैंड के खिलाफ मार्च में हुई टी20 सीरीज के आखिरी मैच में भी विराट ने रोहित के साथ ओपनिंग की थी। तब उन्होंने नाबाद 80 रन बनाए थे। इसके बाद खुद भारतीय कप्तान ने कहा था कि मैं रोहित के साथ टी20 में ओपनिंग करना चाहूंगा। अगर हम दोनों में से कोई एक क्रीज पर हो तो बाकी खिलाड़ियों को आत्मविश्वास मिलता है। हालांकि, विराट के पास अंतरराष्ट्रीय टी20 में ओपनिंग का अनुभव ज्यादा नहीं है।
दरअसल उन्होंने सिर्फ 8 मैच में ओपनिंग की है। इस दौरान उन्होंने 148 से ज्यादा के स्ट्राइक रेट से 278 रन बनाए हैं। हालांकि, 2021 में पृथ्वी शॉ ने जिस तरह ओपनिंग करते हुए बल्लेबाजी की है।सेलेक्टर्स के लिए उन्हें भी नजरअंदाज करना मुश्किल है।
शॉ को इस साल इंग्लैंड दौरे के लिए टीम में नहीं चुना गया था। इससे मायूस होने की बजाए उन्होंने घरेलू क्रिकेट में शानदार बल्लेबाजी की। शॉ ने विजय हजारे ट्रॉफी में मुंबई के लिए 165 से ज्यादा की औसत से 827 रन ठोके थे। इसके अलावा शॉ ने आईपीएल 2021 के स्थगित होने से पहले दिल्ली कैपिटल्स के लिए 8 मैच में 308 रन बनाए थे। उनका स्ट्राइक रेट 166 से ज्यादा का रहा था। शॉ ने इस दौरान तीन फिफ्टी जड़ी थी।
शॉ का यही फॉर्म श्रीलंका के खिलाफ पहले वनडे में भी नजर आया। शॉ ने 24 गेंद पर 43 रन बनाए. पारी में उन्होंने 9 चौके लगाए। यानी उन्होंने 36 रन बाउंड्री से ही बना दिए। उन्होंने कप्तान शिखर धवन के साथ पहले विकेट के लिए 5.3 ओवर में 58 रन की साझेदारी की और मैच में श्रीलंका को बैकफुट पर धकेल दिया।