कोरोना की थर्ड वेव का बच्चों पर कितना पड़ेगा प्रभाव ? WHO-AIIMS के सर्वे में खुलासा !

ख़बरें अभी तक || भारत में कोरोना की दूसरी लहर ने भयंकर तबाही मचाई है। अभी भी संक्रमण का प्रभाव जारी है। वहीं कोरोना वायरस की तीसरी संभावित लहर का बच्‍चों पर कितना प्रभाव पड़ेगा इसे बारे में अध्‍ययन जारी हैं। विशेषज्ञों और वैज्ञानिकों के अलग अलग दावे भी सामने आ रहे हैं। इसी कड़ी में विश्‍व स्‍वास्‍थ्‍य संगठन (WHO) और AIIMS का सर्वेक्षण सामने आया है। इस सर्वेक्षण के हवाले से कहा है कि कोरोना की संभावित तीसरी लहर का बच्चों पर अधिक प्रभाव पड़ने की संभावना कम है…

Covid-19: कोरोना की तीसरी लहर का बच्चों पर नहीं पड़ेगा ज्यादा प्रभाव,  WHO-AIIMS के सर्वे में खुलासा | The possible third wave of COVID unlikely  to affect children much says WHO and

देश में चल रही एक रिसर्च में ये दावा किया गया है कि, कोरोना महामारी की तीसरी लहर में बच्चों का एडल्ट्स की तुलना में बहुत ज्यादा प्रभावित होने की संभावना नहीं है। आपको बता दें सर्वे में वयस्कों के मुकाबले बच्चों में सार्स-सीओवी-2 की सीरो पॉजिटिविटी रेट ज्‍यादा थी। इसलिए 2 साल से अधिक उम्र के बच्चों का कोरोना से प्रभावित होने का खतरा कम है।

4,509 लोगों पर किया सर्वे

Alert: 1000 Children Found Corona Positive In Uttarakhand - Alert: क्या देश  में हो चुकी कोरोना की तीसरी लहर की शुरुआत? उत्तराखंड में 1000 बच्चे मिले  संक्रमित | Patrika News

सीरो-पॉजिटिविटी खून में एक विशेष प्रकार की एंटीबॉडी (AntiBody) की मौजूदगी है। देश में कोविड-19 की तीसरी लहर में बच्चों और किशोरों के सर्वाधिक प्रभावित होने की आशंका को लेकर जताई जा रही चिंताओं के बीच अध्ययन के नतीजे आए हैं। अध्ययन के अंतरिम नतीजे मेडआरक्सीव (medRxiv) में जारी किए गए हैं जो एक प्रकाशन पूर्व सर्वर है। ये नतीजे 4,509 भागीदारों के मीडियम टर्म एनालिसिस पर आधारित हैं। इनमें दो से 17 साल के आयु समूह के 700 बच्चों को, जबकि 18 या इससे अधिक आयु समूह के 3,809 व्यक्तियों को शामिल किया गया। ये लोग पांच राज्यों से लिए गए थे। अगले दो से तीन महीनों में और नतीजे आने की संभावना है।

कोरोना की तीसरी लहर और बच्चों के संवैधानिक हक़ | - News in Hindi - हिंदी  न्यूज़, समाचार, लेटेस्ट-ब्रेकिंग न्यूज़ इन हिंदी

18 साल से कम उम्र के आयु समूह में सीरो मौजूदगी 55.7 फीसद पाई गई जबकि 18 साल से अधिक उम्र के आयु समूह में 63.5 फीसद दर्ज की गई है। अध्ययन में पाया किया कि शहरी स्थानों (दिल्ली में) की तुलना में ग्रामीण क्षेत्रों में सीरो पॉजिटिविटी दर कम पाई गई। दक्षिण दिल्ली के शहरी क्षेत्रों की पुनर्वास कॉलोनियों में जहां बहुत भीड़भाड़ वाली आबादी है वहां सीरोप्रवेलेंस 74.7 फीसद थी।

कोरोना की तीसरी लहर का बच्चों पर रहेगा कितना असर? जानिए क्या कहते हैं  विशेषज्ञ How much impact will the third wave of corona have on children?  Know what the experts say -

यह अध्ययन पांच चयनित राज्यों में कुल 10 हजार की आबादी के बीच किया जा रहा है। वहीं आंकड़े जुटाने की अवधि 15 मार्च से 15 जून के बीच की थी। अध्‍ययन के लिए दिल्ली शहरी पुनर्वास कॉलोनी, दिल्ली ग्रामीण (दिल्ली-एनसीआर के तहत फरीदाबाद जिले के गांव), भुवनेश्वर ग्रामीण क्षेत्र, गोरखपुर ग्रामीण क्षेत्र और अगरतला ग्रामीण क्षेत्र से नमूने लिए गए थे।

Coronavirus 3rd Wave: Nothing To Suggest That Covid-19 Third Wave Will  Affect Children Prominently - कोरोना वायरस तीसरी लहर में भी बच्‍चों को उतना  खतरा नहीं, पेरेंट्स के लिए काम की है

फि‍र भी सरकार तीसरी लहर को लेकर सतर्क हो गई है। सरकार ने अपने दिशा-निर्देशों में कहा है कि कोरोना के वयस्क रोगियों के उपचार में काम आने वाली आइवरमेक्टिन, हाइड्रोक्सी क्लोरोक्वीन, फैविपिराविर जैसी दवाएं और डाक्सीसाइक्लिन व एजिथ्रोमाइसिन जैसी एंटीबायोटिक दवाएं बच्चों के इलाज के लिए मुफीद नहीं हैं। सरकार ने बच्चों में संक्रमण के आंकड़े जमा करने के लिए राष्ट्रीय पंजीकरण की सिफारिश भी की है।

corona 3rd wave symptoms and effect in hindi know full details | Corona 3rd  Wave: देश पर किस तरह असर डालेगी तीसरी लहर, कैसे होंगे लक्षण? | Hindi News,  राष्ट्र

सरकार का कहना है कि बच्चों की उचित देखभाल के लिए स्वास्थ्य अधिकारियों को क्षमता बढ़ाने के काम शुरू कर दिए जाने चाहिए। बच्चों के अस्पतालों में कोरोना संक्रमित बच्चों के लिए अलग बिस्तरों की व्यवस्था की जानी चाहिए। सरकार की ओर से जारी गाइड लाइन में यह भी कहा गया है कि कोविड अस्‍पतालों में बच्चों की देखभाल के लिए अलग क्षेत्र बनाया जाना चाहिए जहां बच्चों के साथ उनके माता-पिता को आने जाने की इजाजत हो।