लॉकडाउन में नौकरी गई, तो श्मशान घाट को ही बनाया आशियाना, करने लगा नेक काम

Khabrain Abhi Tak, Vadodara

कोरोना महामारी ने लाखों लोगों की जान ले ली। दुनियाभर से जो तस्वीरें इस समय सामने आ रही हैं, शायद ही कभी किसी ने देखी हो। चारो तरफ मौत का तांडव मचा है। जिस समय श्मशान घाट जाने से लोग घबरा रहे हैं, एक ऐसा शख्स है जिसने श्मशान घाट को ही अपना घर बना लिया है।

नौकरी जाने के बाद शख्स श्मशान घाट पर रहने लगा

ये शख्स कोरोना से जान गवाने वाले लोगों का अंतिम संस्कार करके सभी जिम्मेदारी निभा रहा है। इस शख्स के साथ इसकी पत्नी भी पूरा साथ निभा रही है। दरअसल, मामला गुजरात के बड़ोदरा का है। इस शख्स के चर्चे सोशल मीडिया में जोरो पर है। ये शख्स महाराष्ट्र का रहने वाला कन्हैयालाल शिर्के है।

नौकरी जाने के बाद शख्स श्मशान घाट पर रहने लगा

कोरोनाकाल में नौकरी जाने के बाद कन्हैयालाल लाल ने श्मशान घाट को ही अपना घर बना लिया है। कन्हैयालाल लोगों का दर्द तो कम नहीं कर पाता, लेकिन उनके परिजनों का अंतिम संस्कार करके जिम्मेदारियां जरूर निभा रहा है।

नौकरी जाने के बाद शख्स श्मशान घाट पर रहने लगा

महाराष्ट्र से गुजरात आया कन्हैयालाल पेंटिंग का काम करता था, लेकिन लॉकडाउन में उसकी नौकरी चली गई थी। पहले मेहनत मजदूरी की, तो रोजी- रोटी नहीं चलती थी। इस दौरान पत्नी और बच्चे भी वड़ोडरा आ गए। जिसके बाद जिम्मेदारी और ज्यादा बढ़ गई। ना रहने का ठिकाना था और न नौकरी।

नौकरी जाने के बाद शख्स श्मशान घाट पर रहने लगा

इस दौरान दोनों पति- पत्नी ने श्मशान घाट को ही अपना ठिकाना बना लिया और अंतिम संस्कार से जुड़े सभी कम करने लगा। अब कन्हैयालाल के चर्चे हर तरफ हैं क्योंकि कोरोनाकाल के बीच कुछ ही नेक लोग हैं, जो मदद के लिए आगे आ रहे हैं।