देश में कोरोना की बेकाबू लहर!पिछले 24 घंटे में सबसे ज्यादा 1.31 लाख केस, 780 की मौत

ख़बरें अभी तक ||  देश में कोरोना की रफ्तार बेकाबू हो गई है। नए मामलों की संख्या हर दिन रिकॉर्ड तोड़ रही है। हर दिन दुनिया में सबसे ज्यादा केस भारत में ही आ रहे हैं। चौथी बार देश में एक लाख से ज्यादा कोरोना संक्रमण के केस मिले हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय की ताजा रिपोर्ट के अनुसार, पिछले 24 घंटों में 1 लाख 31 हजार 968 नए कोरोना केस आए और 780 लोगों की जान चली गई है। हालांकि 61,899 लोग कोरोना से ठीक भी हुए हैं। इससे पहले 4, 6 और 7 अप्रैल को एक लाख से ज्यादा केस आए थे।

आज देश में कोरोना की स्थिति-

कुल कोरोना केस- एक करोड़ 30 लाख 60 हजार 542

कुल डिस्चार्ज- एक करोड़ 19 लाख 13 हजार 292

कुल एक्टिव केस- नौ लाख 79 हजार 608

कुल मौत- एक लाख 67 हजार 642

कुल टीकाकरण- 9 करोड़ 43 लाख 34 हजार 262 डोज दी गई

कुछ राज्यों में हालात बदतर

महाराष्ट्र में कल कोरोना वायरस संक्रमण के 56,286 नए मामले सामने आए, जिससे राज्य में संक्रमण के कुल मामले बढ़कर 32,29,547 हो गए। इसके सवाथ ही 376 और लोगों की मौत होने से राज्य में मृतकों की संख्या 57,028 हो गई। इसके अलावा कर्नाटक में संक्रमण के 6,570, तमिलनाडु में 4,276, गुजरात में 4,021, पंजाब में 3,119 और हरियाणा में 2,872 नए मामले सामने आए हैं। महाराष्ट्र में बुधवार को 59,907 मामले सामने आए थे और 322 लोगों की मौत हुई थी।

कल करीब 37 लाख लोगों को दी गई वैक्सीन की डोज

देश में 16 जनवरी को कोरोना का टीका लगाए जाने की अभियान की शुरुआत हुई थी। 8 अप्रैल तक देशभर में 9 करोड़ 43 लाख 34 हजार 262 कोरोना डोज दिए जा चुके हैं। बीते दिन 36 लाख 91 हजार 511 टीके लगे। वैक्सीन की दूसरी खुराक देने का अभियान 13 फरवरी से शुरू हुआ था। 1 अप्रैल से 45 साल से ऊपर से सभी लोगों को टीका लगाया जा रहा है।

देश में कोरोना से मृत्यु दर 1.29 फीसदी है जबकि रिकवरी रेट करीब 92 फीसदी है। एक्टिव केस बढ़कर करीब 7 फीसदी हो गया है। कोरोना एक्टिव केस मामले में दुनिया में भारत का 4वां स्थान है।

अमेरिका की राह पर भारत, पहले केस कम हुए फिर अचानक बढ़ने लगे

guleria on whether india facing second corona wave: india heading towards  second corona wave says aiims director randeep guleria : देश कोरोना की  दूसरी लहर की तरफ बढ़ रहा है- रणदीप गुलेरिया -

कोरोना केस के मामले में भारत भी अब अमेरिका की राह पर है। अमेरिका में भी पिछले साल अगस्त और सितंबर में मामले काफी तेजी से घटने लगे थे, फिर अचानक अक्टूबर से इसमें इजाफा शुरू हो गया और दिसंबर में एक महीने के अंदर रिकॉर्ड 63.45 लाख मरीज मिले।

अमेरिका में कोरोना का पहला पीक 24 जुलाई को आया था, तब यहां एक दिन के अंदर सबसे ज्यादा 80 हजार मामले सामने आए थे, लेकिन दूसरी पीक में ये सारे रिकॉर्ड टूट गए। 7 नवंबर से ही यहां हर दिन एक लाख से ज्यादा मरीजों की पहचान होने लगी। 8 जनवरी को रिकॉर्ड 3 लाख 9 हजार से ज्यादा लोग यहां संक्रमित पाए गए। भारत में भी कुछ ऐसा ही हो रहा है। यहां दिसंबर, जनवरी और फरवरी तक काफी कम केस आए लेकिन मार्च से अचानक इसमें जबरदस्त बढ़ोतरी शुरू हो गई। अब हर दिन एक लाख से ज्यादा मरीज बढ़ रहे हैं। भारत में कोरोना के पहले पीक में एक दिन के अंदर सबसे ज्यादा 97 हजार लोग संक्रमित मिले थे। आंकड़े बता रहे हैं कि अगर इस बार जल्दी ही संक्रमण की रफ्तार पर लगाम नहीं लगती है तो हालात अमेरिका से भी ज्यादा खराब हो जाएंगे।

अब हर 100 लोगों में 9 संक्रमित मिल रहे

देश में मरीजों के मिलने की रफ्तार भी बढ़कर 9.21% हो गई है। मतलब अब हर 100 लोग में 9 कोरोना से संक्रमित पाए जा रहे हैं। तीन हफ्ते पहले यानी 11 से 17 मार्च के बीच मरीजों के मिलने की रफ्तार 3.11%, 18 से 24 मार्च के बीच 4.46% और 25 से 31 मार्च के बीच 6.04% की रफ्तार से देश में कोरोना मरीज बढ़ रहे थे।

कोरोना संक्रमण के तेजी से बढ़ते मामलों पर प्रधानमंत्री ने जताई चिंता

देश में तेजी से बढ़ते कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों पर चिंता जताते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने गुरुवार को कहा कि संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए फिर से युद्ध स्तर पर काम करना आवश्यक है। उन्होंने राज्यों से निषिद्ध क्षेत्रों पर अधिक ध्यान केंद्रित करने और जांच में तेजी लाने को कहा। मुख्यमंत्रियों के साथ देश में कोरोना संक्रमण की वर्तमान स्थिति की समीक्षा करने के बाद अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने कहा कि देश ने पिछले साल बगैर टीके के कोविड-19 से लड़ाई जीती थी, इसलिए आज भयभीत होने की जरूरत नहीं है।