राष्ट्रीय स्तर की कबड्डी खिलाड़ी आखिर परिवार से बगावत करने पर कयों है मजबूर

खबरें अभी तक। राष्ट्रीय स्तर पर कबड्डी खेल चुकी एक बेटी को पढ़ाई और खेल को जारी रखने के लिए परिवार से बगावत करने पर मजबूर होना पड़ रहा है। महिला खिलाड़ी ने मुख्यमंत्री मनोहरलाल से लेकर महिला आयोग और डीजीपी को पत्र लिखकर गुहार लगाई है कि उसकी पढ़ाई और खेल को जारी रखने दिया जाए। उसका कहना है कि पढ़ाई के साथ-साथ खेल में इंटरनेशनल स्तर तक पहुंचकर देश व प्रदेश का नाम रोशन करना चाहती है।

मूलरूप से पानीपत के महावटी गांव की रहने वाली प्रीति का परिवार चार साल से करनाल में रहता है। वह रोहतक के वैश्य कॉलेज में बीए की पढ़ाई कर रही है। प्रीति नेशनल स्तर पर कबड्डी खेल चुकी है। आरोप है कि सितंबर 2017 में उसके पिता रोहतक आए और उसे जबरन करनाल ले गए। वहां पर एक उम्रदराज से उसका रिश्ता तय कर दिया। कई दिन तक कमरे में बंद कर रखा गया। मगर किसी तरह उसने रोहतक आकर फिर से पढ़ाई और प्रेक्टिस शुरू कर दी। कुछ दिन पहले उसका पिता फिर से कुछ लोगों के साथ रोहतक आया और उसे लेकर जाने लगा। वह किसी तरह बच निकली। प्रीति का कहना है कि उसे अपने पिता से जान का खतरा है।

यह है महिला खिलाड़ी की उपलब्धि

प्रीति का कहना है कि वह महाविद्यालय की कबड्डी टीम में भी शामिल रही है। फेडरेशन की तरफ से भी खेल चुकी है। साथ ही सीनियर स्टेट चैंपियनशिप में भी शानदार प्रदर्शन कर चुकी है। आरोप है कि एक चैंपियनशिप में चयन का पता चलने पर पिता ने उसके अंगूठे में चोट मार दी, ताकि वह खेल ना सके।