हिमाचल प्रदेश में फिर टला मंत्रिमंडल विस्तार, आलाकमान से नहीं मिली मंजूरी 

ख़बरें अभी तक। हिमाचल प्रदेश में मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर लंबे अरसे से लगाई जा रही अटकलों पर फिर एक बार विराम लगता दिखने लगा है। हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा है कि फिलहाल मंत्रिमंडल विस्तार की संभावना कम है। इससे पहले मुख्यमंत्री नहीं संकेत दिए थे कि बजट सत्र से पहले मंत्रिमंडल विस्तार हो सकता है।

मंत्रिमंडल में कम से कम 2 मंत्रियों को जगह दी जा सकती है।  इसको लेकर एक कवायद भी चली थी और दिल्ली तक बैठकों का दौर भी चला था। बावजूद इसके अभी तक हाईकमान से मंत्रियों को शामिल किए जाने को लेकर आखरी अनुमति नहीं मिली है। इसी बात को देखते हुए अब हिमाचल प्रदेश में एक बार मंत्रिमंडल में विस्तार होते होते रुक गया है। हालांकि मुख्यमंत्री ने उमीद जताई कि आलाकमान से हरी झंडी मिलते ही मंत्रिमंडल विस्तार और फेरबदल किया जा सकता है।

मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि इससे पहले प्राथमिकता विधानसभा के अध्यक्ष का चुनाव है और 26 फरवरी को विधानसभा सत्र के दूसरे दिन यह चुनाव हो जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार पूरी तरह से बजट सत्र को लेकर तैयार है और विपक्ष के हर सवाल का जवाब देने का भी सरकार कोशिश करेगी। सरकार खुले मन से हर विषय पर चर्चा करवाना चाहती है बस शर्त है विपक्ष भी हिमाचल प्रदेश के लोगों के हित से जुड़े विषयों को लेकर सकारात्मक रुख से चर्चा के लिए सदन के बीच में आए।

मुख्यमंत्री ने विपक्ष से भी अपील की कि हिमाचल प्रदेश के लोगों के हितों को ध्यान में रखते हुए विपक्ष अपनी सकारात्मक भूमिका निभाएं, सरकार विपक्ष के सवालों और सुझाव का स्वागत करेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में अब वह दौर बदल गया है जब सरकार चर्चाओं से भागती थी जयराम सरकार चर्चा के लिए हमेशा तैयार है और हर विषय पर चर्चा करवाना चाहती है ।

मुख्यमंत्री ने कहा कि हिमाचल प्रदेश सरकार ने पिछले बजट में प्रदेश के लोगों को करीब 50 नई योजनाएं दी है जिनको धरातल पर उतारने का काम बखूबी चल रहा है और प्रदेश के लोगों ने दो बजट की भरपूर सराहना भी की है। सरकार जनहित में उन योजनाओं को जमीन पर उतारने में भी सफल साबित हुई है। इस बार भी कुछ नई योजनाएं शुरू करने को लेकर बजट में घोषणा की जा सकती है।