जवानों के जज्बे को सलाम, लाहौल घाटी के भीतरी सड़क मार्ग को किया बहाल

खबरें अभी तक। लाहोल घाटी में इन दिनों चार से छह फीट तक बर्फ जमा है, और तापमान माइनस तीस से पेंतीस डिग्री तक नीचे पहुंच चुका हैं, जिसके चलते सर्द हवायें तथा खून जमा देने वाली ठंड घाटी में चौबीसों घंटे बहती रहती है। लोग अपने घरों के भीतर दुबकने को मजबूर होते है लेकिन इसके बाबजूद सीमा सड़क संगठन के जाबाजों ने अपने कर्तव्य प्रयाणता का मिसाल पेश करते हुए आठ से दस फीट ग्लेशियर को कटाते हुए,लगातार मौसम के खराब रहने के बाद भी केलांग से तिन्दी व अटल सुरंग के नोर्थ र्पोटल एवं जिस्पा तक के सड़क मार्ग से बर्फ हटा कर छोटी वाहनों की आवाजाही के लिए खोल दिया है।

घाटी के लोगों ने सीमा सड़क संगठन के इस कार्य की प्रशंसा करते हुयें उनका आभार जताया है उन्होंने कहा कि सीमा सड़क संगठन के जज्बे को सलाम है, जिन्होंने घाटी के भीतर के सड़क मार्ग को बहाल कर लोगों के आवागमन की सुविधा प्रदान करने में अहम रोल अदा किया है।

काबिलेगौर है कि सर्दियों के दौरान घाटी में स्थिति तब दयनीय हो जाती है जब हिमपात के चलते सड़क मार्ग बन्द हो जाता है. ऐसे में कोई परिजन बीमार पड़ जाते है और उसे अस्पताल व हेलीपेड तक पहुंचाना होता है. बहारहाल सीमा सड़क संगठन ने घाटी के भीतर सडक मार्ग खोल कर लोगों को राहत पहुचाने का काम किया है.