मनाली में बर्फीलें पहाड़ों के बीच बर्फ के घर में रहने को लेकर पर्यटकों की होड़

ख़बरें अभी तक। अब पर्यटकों को इग्लू में रहने का मजा लेने के लिए फ़िनलैंड, स्विट्ज़रलैंड, आइसलैंड, नॉर्वे, स्वीडन या कनाडा जाने की ज़रूरत नहीं हैं। देश में पहली बार मनाली के युवाओं ने इग्लू बनाकर ना सिर्फ शीतकालीन पर्यटन को बढ़ावा दिया है बल्कि पर्यटकों को भी विदेशों का अहसास अपने ही देश में करवा रहे हैं।

मनाली के युवा टशी व विकास ने इस साल फिर से पांच इग्लू तैयार दिए हैं जबकि शेनव व गुलाहटी ने भी तीन इग्लू तैयार किएइ हैं। टशी और विकास पांच सालों से इग्लू बनाकर सैलानियों को रोमांचित कर रहे हैं। इन दिनों हामटा में बने यह इग्लू सैलानियों के आकर्षण का केंद्र बने हुए है। विदेशों में बनाए जाने वाले इग्लू को टीवी व डाक्यूमेंट्री में देख खुश होते हैं। लेकिन अब हिमाचल घूमने आने वाले सैलानियों को इग्लू में रहने की सुविधा मनाली में भी उपलब्ध हो रही है। साढे नौ हजार फीट की ऊंचाई पर बनाए गए इग्लू में रहने के लिए सैलानी रुचि लेने लगे है।

सैलानी रात को रुकने के बजाए दिन को समय व्यतीत करने को प्राथमिकता दे रहे है। पर्यटक ने कहा कि वो ऐसी जगह की तलाश में थे जहां मन को सुकून मिल सके। टशी व विकास से सम्पर्क होने पर हमारी सारी इच्छाएं पूरी हो गई। आज तक इग्लू के बारे में सुना ही था आज देख भी लिया और रहकर इसका अनुभव भी प्राप्त किया जो आनंद से भरा रहा है।

पर्यटक ने कहा कि पिछले साल इनके दोस्त इग्लू में रहकर गए थे। इग्लू देखने को उत्सुक थे लेकिन जब रहने का मौका मिला तो बहुत ही आनंद आया। उन्होंने कहा कि बाहर बहुत ठंड थी लेकिन अंदर तापमान सामान्य मिला जिससे ठंड नहीं लगी। इस इग्लू में अरामदायक बिस्तर व खाने की पूरी व्यवस्था होगी।

इन दिनों मनाली आने वाला सैलानी न केवल सफेद पहाड़, स्कीइंग, ठंड और ब़र्फीली खेलों का आनंद उठा सकते हैं, बल्कि वो ईग्लू में रहने का भी आनंद उठा सकते हैं। सैलानी हामटा की वादियों में खून जमा देने वाली ठंड के बीच भी बर्फीली वादियों में रह सकेंगे। मनाली आने वाले सैलानी इस ईग्लू में दो महीने तक रहने का आनंद ले सकेंगे।