जेजेपी दिल्ली के विधानसभा चुनाव के रण में उतारेगी अपने उम्मीदवार

खबरें अभी तक। जननायक जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष निशान सिंह आज कैथल के पीडब्ल्यूडी रेस्ट हाउस में कार्यकर्ताओं की मीटिंग लेने के लिए पहुंचे। इस मीटिंग के लेने का मुख्य उद्देश्य है कि कार्यकर्ताओं से रूबरू हो जाए और संगठन को मजबूत करने के लिए रणनीति बनाई जाए। विधानसभा चुनाव के बाद कार्यकर्ताओं के साथ कैथल में निशांन सिंह की पहली बैठक है।

उन्होंने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि दिल्ली विधानसभा चुनाव में हमारी पार्टी चुनाव लड़ेगी और हर विधानसभा सीट पर अपने उम्मीदवार को उतारेगी। हालांकि उन्होंने यह स्पष्ट नहीं किया कि उनका किसी पार्टी के साथ गठबंधन हो सकता है या नहीं। लेकिन उन्होंने एक बात स्पष्ट कहीं की हमारा हरियाणा में भारतीय जनता पार्टी का गठबंधन है तो उनके बारे में सोच विचार 11 जनवरी को किया जाएगा । जिसमें प्रदेश स्तर के शीर्ष नेताओं की बैठक होगी । उस बैठक की अगुवाई उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला करेंगे।

वहीं पर जब पत्रकारों द्वारा उनसे सवाल किया गया कि गृह मंत्री अनिल विज और मुख्यमंत्री मनोहर लाल के बीच में सीआईडी विभाग को लेकर कुछ अनबन चल रही है तो इस पर वो सवाल का जवाब देने से बचते नजर आए और कहा कि दोनों ही वरिष्ठ नेता है और जो भी होगा वह अच्छा ही होगा।

उन्होंने बोलते हुए कहा कि अभी पेंशन बढ़ोतरी की शुरुआत है जो दोनों सरकार के गठबंधन और सहमति से 250 रुपये की बढ़ोतरी की गई है। आने वाले समय में और भी बढ़ोतरी की जाएगी और जो उपमुख्यमंत्री ने चुनाव के समय में आमजन के बीच जाकर घोषणा की थी। उसपर विचार करते हुए ही पेंशन में बढ़ोतरी की जाएगी। लेकिन यह काम धीरे-धीरे किया जाएगा। मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री प्रदेश को प्रगति के पथ पर ले कर जा रहे हैं यह सरकार 5 साल चलेगी। और कहा कि यह हमारे गठबंधन की सरकार पूरे 5 साल चलेगी पार्टी के किसी भी नेता को किसी से कोई गिला शिकवा नहीं है।

पत्रकारों द्वारा जब उनसे सवाल किया गया पूर्व केंद्रीय मंत्री व पूर्व विधायक जयप्रकाश ने दुष्यंत और दिग्विजय चौटाला के ऊपर टिप्पणी की थी कि उनके चेहरे से नूर खत्म हो गया है साथ ही उनके दादाजी ने भी कहा था कि अगर हमारी पार्टी में ही होता तो मुख्यमंत्री बनता , इस पर भी उन्होंने कोई टिप्पणी करने से बचते हुए नजर आए और कहा कि यहां लोकतंत्र है किसी को कुछ भी बोलने का अधिकार है लेकिन उन्होंने अपने दादाजी के बयान के बारे में कहा था कि अगर उनका आशीर्वाद रहा तो मैं मुख्यमंत्री भी जरूर बनूंगा।

उन्होंने यह भी कहा की कार्यकर्ताओं को भी गठबंधन की सरकार में पूरा मान-सम्मान दिया जाएगा । क्योंकि कार्यकर्ता ही किसी पार्टी की रीड की हड्डी होती है और इन्हीं के बलबूते ही कोई सरकार बनती है।