हमीरपुर में दुर्घटनाओं के मामलों में आई कमी, 2019 में 109 केस हुए दर्ज

ख़बरें अभी तक। बीते साल 2019 में हमीरपुर जिला में दुर्घटनाओं के मामले में कटौती हुई है और पुलिस की सक्रियता के चलते दुर्घटनाओं का आंकडा सिमटा है। गत साल जहां 128 केस दुर्घटना के दर्ज हुए थे वहीं इस बार 109 केस ही दिसंबर माह तक सामने आए है। हमीरपुर पुलिस की यातायात व्यवस्था को दुरूस्त बनाने के साथ साथ दुर्घटनाओं के प्रति जागरूकता रंग लाई है। जिसके चलते ही यह संभव हो सका है। साथ ही दो पहिया वाहन चालकों के हैंलमेंट पहनने के साथ गाडी में सीट बैल्ट लगाने के लिए नियम को लागू करने से दुर्घटना की घटनाएं घटी है। एसपी हमीरपुर अर्जित सेन खुशी जाहिर की है।

एसपी हमीरपुर अर्जित सेन ने बताया कि नशे के आरोपियों पर शिंकजा कसते हुए पुलिस ने ज्यादा एनडीपीएस केस दर्ज किए है और इस साल 51 केस पुलिस ने दर्ज किए है। जबकि दस किलो चरस, 364 हेरोइन, 464 ओपीएम, 15 किलो भुक्की भी पकडी है। उन्होंने कहा कि पुलिस नए साल भी नशे को खत्म करने के लिए अभियान जारी रखेगा।

बता दें कि हमीरपुर जिला में पिछले वर्ष 2019 में 59 लोगों ने मौत को स्वेच्छा से गले लगा लिया है और जीवन से दुखी होकर जहर खाकर अपनी इहलीला समाप्त करने वालों की संख्या इस वर्ष 41 रही वही अन्य ने फंदा लगाकर जान दी है। हालांकि चोरी के मामलों में इस वर्ष कमी जरूर हुई। संवेदनशील जगहों पर लगे 65 सीसीटीवी कैमरों की बदौलत चोरी की घटनाएं वर्ष 2018 के मुकाबले आधी हुई है। इस वर्ष चोरी के मामले 15 हुए जबकि वर्ष 2018 में इनकी संख्या 31 थी। वही हत्या के तहत दो, बलात्कार के तीन, चोरी के 6, गृह भेदन का एक, एनडीपीएस एक्ट के चार आरोपियों को अदालतों ने सजा सुनाई है। वर्ष 2019 में चोरी के कुल 15 मामले दर्ज हुए है।