बदमाशों ने युवक को किडनैप कर दिया थर्ड डिग्री टॉर्चर

खबरें अभी तक। पंचकूला से एक युवक को किडनैप कर कुछ युवकों द्वारा थर्ड डिग्री टॉर्चर देने का मामला आया सामने है. घटना सेक्टर 21 के महेशपुर इलाके की. युवक की पहले बुरी तरह से की गई पिटाई, फिर ठंडा पानी उड़ेल कर किया गया टॉर्चर. उसके बाद फतेहपुर गांव में एक कमरे में बंद कर दिया गया था डिग्री टॉर्चर.

पीड़ित दीपक ने बताया कि उसका कसूर बस इतना था कि उसकी चिकन की रेडी पर कुछ युवक सामान खरीद रहे थे इतने में उनमें आपस में झगड़ा हो गया जब दीपक ने उन्हें रोकना चाहा तो दर्जनभर युवकों ने दीपक को ही मारना पीटना शुरू कर दिया और उसके बाद रात को कार में महेशपुर से किडनैप कर ले गए और फतेहपुर में एक कमरे में ले जाकर मारपीट कर पंखे से लटका दिया.

देर रात तक जब दीपक घर नहीं पहुंचा तो उसकी मां ने उसे इधर-उधर तलाशा तब उन्हें पता चला कि कुछ लड़कों ने उसे फतेहपुर गांव में एक कमरे में बंधक बना रखा है. उसके बाद दीपक की मां पुलिस के पास पहुंची और बेटे को छुड़वाने की गुहार लगाई। इसके बाद पुलिस ने मौके पर पहुंचकर दीपक को दर्जनभर युवकों के चंगुल से छुड़ाया.

लेकिन हैरत की बात तो यह है कि पुलिस ने मामले में कोई कार्यवाही करना भी मुनासिब नहीं समझा. पीड़ित दीपक इलाज के लिए पंचकूला सेक्टर 6 के नागरिक अस्पताल पहुंचा लेकिन पैसे ना होने की वजह से बिना इलाज ही उसे वापस लौटना पड़ा.

दीपक ने जानकारी देते हुए बताया कि दर्जनभर युवकों ने उसे किडनैप कर बंधक बनाकर मारपीट के साथ थर्ड डिग्री टॉर्चर दिया है, जिसके चलते वह चलने में भी वह असमर्थ है.

ऐसे में बड़ा सवाल पंचकूला पुलिस के एसएचओ की कार्यशैली पर भी उठ खड़ा होता है कि आखिर पुलिस ऐसे मामलों में संजीदगी क्यों नहीं दिखाती और हमेशा कोई बड़ा हादसा हो गुजरने के बाद पुलिस की नींद आखिर क्यों खुलती है?