15 दिसंबर से लागू हुआ फास्ट टैग सिस्टम आम लोगों के लिए बना सरदर्द

खबरें अभी तक। आज से देश भर के टोल प्लाजा पर फास्ट टैग सिस्टम शुरू कर दिया गया है। यह सिस्टम आम लोगों के जी का जंजाल बन गया है। पहले ही दिन दिल्ली-रोहतक नेशनल हाईवे पर स्थित रोहद टोल प्लाजा पर वाहन चालकों को फ़ास्ट टैग सिस्टम के कारण भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। बिना जानकारी के जो लोग फास्ट टैग लाइन में आ गए उनसे दोगुना टोल वसूला गया। इतना ही नहीं फास्ट टैग रीड करने वाली मशीन ठीक ढंग से काम नहीं कर रही। जिसके कारण भी फ़ास्ट टैग लगी हुई गाड़ियों के मालिकों से दोगुना टैक्स लिया गया।

वहीं एक वाक्या तो ऐसा भी हुआ जिसमें वाहन चालक को उसका फास्टैग एक्टिवेट नहीं होने की बात कहकर दोगुना तो भी वसूला गया साथ ही फ़ास्ट टैग से भी पैसे काट लिए गए। तमाम शिकायतों को लेकर लोग टोल प्लाजा के कार्यालय में पहुंचे। जहां शिकायतों का निपटारा भी किया गया। फास्ट टैग सिस्टम के कारण सारा दिन टोल प्लाजा पर वाहनों की लंबी कतारें देखने को मिली। लोगों का कहना है कि आधी अधूरी तैयारी के बीच एकदम से इस सिस्टम को लागू नहीं करना चाहिए था। उनका कहना है कि जगह-जगह सड़कों पर बड़े-बड़े गड्ढे बने हुए हैं। जिन से हादसे होने का डर बना हुआ है। लेकिन इन गड्ढों को भरने की बजाय उनसे जबरदस्ती मोटा टोल वसूला जा रहा है।

स्थानीय लोगों ने सरकार से पहले सड़कें ठीक करने और बाद में टोल वसूलने की मांग की है। वहीं एनएचएआई के टेक्निकल अधिकारी एनके शर्मा ने लोगों को परेशानी से बचने के लिए अपनी गाड़ियों पर फास्ट टैग लगवाने की हिदायत दी है। ऐसा नहीं करने पर सरकार के नियमों के हिसाब से वाहन चालक अगर बिना फास्ट टैग लगा हुआ वाहन फास्ट टैग लाइन में लेकर आता है तो उससे दोगुना टोल वसूल किया जाएगा। हम आपको बता दें कि अब तक बहादुरगढ़ उपमंडल में मात्र 5 से 10% लोगों ने ही अपने वाहनों पर फास्ट टैग लगवाए हैं । बाकी अन्य लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इतना ही नहीं लोगों को बैंक और टोल प्लाजा पर भी फास्ट टैग उपलब्ध नहीं हो पा रहे हैं।