हाड़ कंपा देने वाली ठंड में एक और संडे बना फंडे, दिखी फुल मस्ती

खबरें अभी तक। भले ही पारा सात डिग्री से भी कम था शीतलहर का प्रकोप था मगर जोश जुनून पूरे परवान पर था। जी हां एक और संडे भिवानी क्षेत्र के लोगों के लिए यादगार बन गया। फुल मस्ती,म्यूजिक,खेल व दूसरे कार्यक्रमों ने संडे को यादगार बनाया। मौक़ा था राहगिरी का और लोग झूम रहे थे। मस्ती भी थी,म्यूजिक भी था,फिटनेस भी थी व संदेश भी थे। ये सब चीजें एक साथ भिवानी के हूडा पार्क के सामने रविवार की सुबह देखी गई।

अमूमन लोग भाग दौड़ की जिंदगी में सुकून के दो पल जीने के लिए नए नए रास्ते ढ़ूंढते हैं, मगर सूबे की मनोहर सरकार के द्वारा जिस कदर राहगीरी कार्यक्रम शुरू किया गया है, उससे तो लोगों की लाईफ स्टाईल ही बदलती जा रही है। ये बात हम नहीं कह रहे हैं, बल्कि वो लोग कह रहे हैं जो कि इस राहगीरी कार्यक्रम का हिस्सा बन रहे हैं। हम बात कर रहे हैं फन डे बना संडे की जो कि भिवानी के लोगों के लिए आज यादगार बन गया।

दरअसल राहगीरी का ये कार्यक्रम भिवानी में आयोजित किया गया। एसपी गंगाराम पूनिया के निर्देशानुसार भिवानी पुलिस के द्वारा लगातार आयोजित किए जा रहे। राहगीरी कार्यक्रमों की कड़ी में आज एक बार फिर राहगिरी कार्यक्रम का आयोजन किया गया। राहगीरी कार्यक्रम में जहां बच्चे व युवा मस्ती में सराबोर थे। वहीं महिलाएं भी कार्यक्रम का लुत्फ उठाती दिखी। लोगों ने रस्सकसी में हाथ आजमाए तो कहीं योगा का प्रदर्शन किया गया।

इस मौक़े पर लोगों ने रस्साकसी में छक्के छुड़ा दिए। स्कूली बच्चे व युवा यही कहते सुने गए कि हर सप्ताह इस तरह के कार्यक्रमों का आयोजन हो तो बेहतर हो। भिवानी के ADC मनोज कुमार पुलिस उपाधीक्षक विरेंद्र सिंह व ज़िला शिक्षा अधिकारी अजीत श्योराण ने राहगिरी कार्यक्रम के उद्देश्यों पर चर्चा करते हुए कहा कि कार्यक्रम अब वृहद रूप लेता जा रहा है। लोग बढ़चढकऱ भाग ले रहे हैं तथा मकसद यही है कि अधिक से अधिक आगे  आएं व भागमभाग की जिंदगी में तनाव से मुक्ति पाने के लिए सुकून के पल निकालें। उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम के जरिए ऐसे लोगों को मंच दिया जा रहा है जो कि कहीं प्रतिभा को उजागर नहीं कर पाते।

कार्यक्रम में लोग मस्ती से सराबोर नजर आए। हर कोई कार्यक्रम का लुत्फ उठा रहा था। आज की राहगीरी का थीम ऊर्जा संरक्षण था। इस मौक़े पर पेंटिंग व निबंध प्रतियोगिता भी ऊर्जा संरक्षण विषय पर आयोजित की गई जिसमें स्कूली बच्चों ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया। राहगीरी में सोनीपत निवासी बिजेंद्र पहलवान ने दो हाथों से दो मोटरसाइकिल रोक कर लोगों को दाँतों तले अंगुली दबाने पर मजबूर किया। इस मौक़े पर महिलाओं की म्यूज़िकल चेयर प्रतियोगिता भी आकर्षण का केंद्र रही। इस मौक़े पर विभिन्न विभागों की स्टालस के ज़रिए लोगों को अवेयर किया गया।

सूबे की सरकार एवं भिवानी पुलिस की यह मुहिम अब कारगर होती सी दिख रही है। लोग यही कहते सुने गए कि हर संडे फनडे हो तो आनंद और भी बढ़ जाए। बहरहाल कार्यक्रम की लोकप्रियता का अंदाज़ा इसी बात से लगाया जा सकता है की ख़ून जमा देने वाली ठंड में हर आयु वर्ग के लोग महिलायें व बच्चे उत्साह से लबरेज़ थे।