5वीं कक्षा के बच्चे को टीचर ने ऐसा मारा कि कान का पर्दा हुआ डैमेज

ख़बरें अभी तक। आजकल शिक्षा के इस मंदिर में अक्सर देखने को मिल ही जाता है कि अध्यापक अपनी शिक्षा को देते समय यह भूल जाते है कि स्कूली छात्र और अध्यापकों के बीच माँ बाप का नहीं बल्कि भगवान और भग्त का रिश्ता बन जाता है। पर उस पवित्र रिश्ते को अपनी क्रूरता की संज्ञा जब कोई भगवान अपने भग्त को देता है तो नाजुक सा दिखने वाला यह रिश्ता सदा के लिए ही टूट जाता है। ऐसा ही एक मामला चम्बा मुख्यालय के ऋषि दयानन्द मठ में देखने को मिला।

एक अध्यापिका ने पांचवीं में पढ़ रहे इस छात्र की इतनी बेरहमी से इसलिए पिटाई कर दी क्योंकि एक विषय को लेकर उसके नंबर कम आये थे। उस अध्यापिका का इस मासूम बच्चे के गाल में पड़ा जोरदार तमाचा इतना भयानक निकला कि इस बच्चे के कान का पर्दा तक हिल गया। कई दिनों तक जब यह बच्चा स्कूल नहीं जा रहा था और घर में बुखार से पीड़ित था तो उसके पिता ने उससे न जाने का कारण पूछा लड़के ने सारी कहानी बताई। बच्चे को तड़फता देख उसके पिता ने स्कूल प्रशासन और उक्त अध्यापिका के खिलाफ थाने में एफआईआर करवाकर दी है।

दयानन्द मठ स्कूल में पढ़ रहे 5वीं कक्षा के इस स्कूली छात्र नीरज ठाकुर ने बताया कि उसको स्कूल की मैडम ने इसलिए चांटा मारा कि उसके एक विषय में कुछ कम नंबर आये थे। उसने बताया कि इससे पहले भी व कई बार मुझे व अन्य स्कूली बच्चो को मरती आई है।

वहां पुलिस चौकी में लड़के के पिता ने बताया कि मंगलवार 3 तारीख को इसी स्कूल में मेरे बच्चे को एक अध्यापिका ने पीटा। जिस कारण उसे बुखार भी आ गया,और जब अस्पताल में डॉक्टर से जांच करवाई गई तो डॉक्टर ने बताया कि इसके कान का पर्दा डैमेज हो चूका है।

इस बात की शिकायत को लेकर बच्चे के परिजन प्रशासन के पास पहुंच उन्होंने एडीसी चम्बा को ज्ञापन सौंपा कि उन्हें न्याय दिलाया जाए और टीचर के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए वही एडीसी चंबा ने बताया कि अभी उनके पास बच्चे के पिता ने शिकायत की है कि उनके बच्चे के साथ स्कूल में मारपीट की गई है जिसकी वजह से उनको शारीरिक नुकसान पहुंचा है उन्होंने कहा कि अब यह मामला पुलिस के पास पहुंच गया और इसकी जल्दी छानबीन की जाएगी।

इस घटना को लेकर चम्बा थाने में हुई एफआईआर के बाद इसकी जांच का जिम्मा सिटी पुलिस को मिला जोकि दयानन्द मठ स्कुल में जांच के लिए जा पहुंची। पुलिस ने बताया कि पिछले कल लड़के के पिता चुनी लाल ने एक एफआईआर करवाई थी जिसमे लिखा था कि इस स्कूल की एक अध्यापिका ने उसके बच्चे की पिटाई की है। उन्होंने बताया कि रिपोर्ट के बाद बच्चे का मैडिकल करवाया गया है और उसी के तहत आगे की करवाई की जा रही है।

हालंकि मामला स्कूली बच्चे से जुड़ा हुआ था और बहुत ही गंभीर भी। इस विषय को लेकर जब दयानंद मठ स्कुल की प्रधानाचार्य से पूछा तो सीधे तौर पर साफ इंकार करते हुए कहा कि मुझे तो इस विषय के बारे इसकी कोई जानकारी ही नहीं थी। मुझे तो कल ही पता चला है। उन्होंने भरोसा दिलाया कि ऐसा कुछ भी नहीं हुआ है।

जब उस उक्त अध्यापिका के बारे पूछा तो दयानंद मठ स्कूल की प्रधानाचार्य ने बताया कि उनके पिता अस्पताल में बिमार है और व वहीं पर है। उन्होंने यह भी बताया कि यह बच्चा उनके पास नरसरी से यही पर पढ़ रहा है। इस मार कुटाई को गलत फेहमी का नाम दे रही प्रधानाचार्य ने बताया कि जो भी गलत फेहमी उत्पन हुई है उसे जल्द ही खत्म कर दिया जायेगा।