स्वाइन फ्लू को लेकर गुरुग्राम में बनाई गई रैपिड रिस्पांस टीम

खबरें अभी तक। प्रदेश में डेंगू के बाद अब स्वाईन फ्लू से लड़ने और जीतने के लिए डायरेक्टर जरनल के आदेश के बाद गुरूग्राम में रैपिड रिस्पॉस टीम गठन कर स्वाईन फ्लू को मात देने के लिए गुरूग्राम तैयार हैं. क्योकि हर बार गुरूग्राम से ही सबसे ज्यादा स्वाईन फ्लू के मामले सामने आते हैं.

गुरूग्राम में डेंगू से लड़ाई के बाद अब हेल्थ विभाग की टीम स्वाईन फ्लू से लडने के लिए तैयार हैं. गुरूग्राम में स्वाईन फ्लू के देखते हुए रैपिड रिस्पॉस टीम का गठन किया हैं. स्वाइन फ्लू पर नियंत्रण के लिए डायरेक्टर जनरल हेल्थ सर्विस की ओर से स्वास्थ्य विभाग को एडवाइजरी जारी की गई है। जिसमें कहा गया है कि स्वास्थ्य विभाग अपने स्तर पर डिस्ट्रिक्ट रैपिड रेस्पांस टीम का गठन करें। इसके बाद गुरूग्राम में सभी निजी, और सरकारी अस्पतालों और मेडिकल कॉलेज में फ्लू की जांच के लिए स्क्रीनिंग सेंटर बनाए गए. इसके अलावा सभी सरकारी, गैर सरकारी हॉस्पिटल आइसोलेशन वॉर्ड, बनाये गए हैं .

सिविल सर्जन की ओर से गठित टीम जिला में फ्लू के संदिग्ध मरीजों को इलाज के दौरान मिलने वाले प्रोटोकॉल को देखेगी साथ ही स्वाइन फ्लू के सभी संदिग्ध मरीजों के सेंपल जांच के लिए पीजीआई रोहतक, चंडीगढ़, बीपीएस कला मेडिकल कॉलेज सोनीपत या नैशनल सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल नई दिल्ली में ही भेजे जायेंगे. यहां से पुष्टि होने के बाद ही फ्लू की पुष्टि की जाएगी। ग्रामीण या शहरी इलाकों में लोगों को इस बारे में जागरूक करने के लिए पंच, सरपंच, स्कूल कॉलेज की प्रिंसिपल, जिला शिक्षा अधिकारी, पंचायत अधिकारी और आशा वर्करों का सहयोग लिया जाएगा।

स्वाइन फ्लू पर कंट्रोल के लिए स्वास्थ्य विभाग डिस्ट्रिक्ट रैपिड रेस्पांस टीम का गठन किया गया हैं. यह टीम जिला में स्वाइन फ्लू के नियंत्रण के लिए स्कूल कॉलेज में अवेयरनेस प्रोग्राम, इंडियन मेडिकल असोसिएशन और पैरा मेडिकल स्टाफ के बीच कोऑर्डिनेशन का काम करेगी। इस टीम की देखरेख में ही स्वाइन फ्लू के नियंत्रण के लिए सभी कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। इसके अलावा स्वाइन फ्लू या एच1एन1 फ्लू की जागरूकता के लिए रेडियो जिंगल्स और सार्वजनिक स्थानों पर पोस्टर, बैनर भी लगाए जाएंगे.