ख़बरें अभी तक। आज संविधान दिवस (26 नवंबर 2019) के मौके पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने अटल नेशनल यूथ पार्लियामेंट स्कीम पोर्टल का विमोचन किया। इसके साथ ही उपराष्ट्रपति नायडु ने एक किताब का विमोचन भी किया और उसकी प्रथम प्रति राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को भेंट की। इसके साथ ही एक डाक टिकट और राज्यसभा के 250वें सत्र के उपलक्ष्य में एक स्मारक सिक्का भी जारी किया गया। इस खास मौके पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने एक डिजिटल प्रदर्शनी का उद्घाटन भी किया।
बता दें कि इस प्रदर्शनी में संविधान निर्माण से लेकर संविधान बनने तक की पूरी कहानी बताई गई है। संविधान की मूल प्रति भी यहां देखी जा सकती है। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा कि इस ऐतिहासिक अवसर का प्रतिभागी होना हम सभी के लिए सौभाग्य की बात है। एक कालजयी और जीवंत दस्तावेज तैयार किया जिसके साथ हमारा भविष्य सुरक्षित है। यह हमारा सर्वोच्च कानून है जो हमारा मार्गदर्शन करता रहता है। हमने विश्व के कई संविधान में उपलब्ध उत्तम नियमों को अपनाया है।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा, हमारा संविधान भारत के लोगों के लिए भारत के लोगों द्वारा निर्मित भारत के लोगों का संविधान है। यह एक राष्ट्रीय दस्तावेज है। हमारे संविधान में भारतीय लोकतंत्र का दिल धड़कता है। इस जीवंतता को बनाए रखने के लिए संशोधनों का भी प्रावधान किया गया। 17वीं लोकसभा में 78 महिला सांसदों का चुना जाना हमारे लोकतंत्र की गौरवपूर्ण उपलब्धि है। यह एक महत्वपूर्ण राजनीतिक और सामाजिक परिवर्तन है।
अधिकार और कर्तव्य एक ही सिक्के के दो पहलू हैं। जरूरत इस बात की है कि हम सब अपने कर्तव्यों को निभाकर ऐसी स्थित उत्पन्न करें जहां अधिकारों का प्रभावी संरक्षण हो सके। मानववाद की भावना का विकास करना भी नागरिकों का एक मूल कर्तव्य है। संविधान निर्माताओं द्वारा सुनिश्चित किए गए समान अवसर के बल पर ही आज मुझे राष्ट्रपति के रूप में संसद की इस ऐतिहासिक बैठक को संबोधित करने का अवसर मिला है।