चुनाव के बाद फिर कटे हज़ारों के ट्रैफिक चालान, ऑटो का काटा 22 हज़ार का चालान

खबरें अभी तक। साइबर सिटी में विधानसभा चुनावों का खुमार उतरते ही एक बार फिर ट्रैफिक पुलिस अपडेट मशीनों के साथ नियमों की अनदेखी करने वाले तमाम वाहन चालकों से सख्ती से निपटने पर कमर कसनी शुरू कर दी है. इसको लेकर ट्रैफिक पुलिस के तमाम जेडओ और ट्रैफिक कर्मियों ने शहर के चौक चौराहों पर कमान संभाल फिर से हज़ारों के चलान काटने शुरू कर दिया है. इसको लेकर आज भी शहर के राजीव चौक पर ऑटो चालक का 22 हज़ार का चालान तो वहीं दूसरे ऑटो का प्रदूषण सर्टिफिकेट न होने के चलते 10 हज़ार का चालान कर तमाम लोगों को संदेश देने की कोशिश की. की अगर ट्रैफिक नियम तोड़े तो ट्रैफिक पुलिस का अगला चालान हो सकता है आपका.

वहीं हज़ारो के चालान से एक ओर जनता में जहां गुस्सा है तो वहीं चालान हाथ मे लिए वाहन चालकों ने इसके लिए सरकार की पॉलिसी को दोषी ठहराया और कहा कि चुनावों से ठीक पहले सरकार ने चालान काटने सिर्फ वोट पाने के लिए बंद किये थे. लेकिन अब फिर से ट्रैफिक पुलिस कर्मी गरीबों को सताने में लगे है. वहीं इस मामले में ट्रैफिक डीसीपी की माने तो दोबारा से शहर भर में ट्रैफिक नियम तोड़ने वाले वाहन चालको की चलानिंग शुरू कर दी गयी है.

वही डीसीपी ट्रैफिक की माने तो ऐसा नहीं है कि चुनावी समर से पहले चालान बन्द किये गए हो ..बल्कि चलानिंग मशीनों को अपडेट के लिए भी भेजा गया था. इसको लेकर ट्रैफिक पुलिस कर्मियों के भी ट्रेनिंग सैशन आयोजित किये गए. .वहीं कहीं न कहीं डीसीपी ट्रैफिक भी यह कहते नज़र आये कि चुनावों से ठीक पहले प्रदेश सरकार ने आदेश जारी किए थे कि लोगों को ट्रैफिक नियमों के प्रति जागरूक किया जाए.

वहीं डीसीपी ट्रैफिक की माने तो किसी को बेवजह परेशान किया जा रहा हो ऐसा नहीं है बल्कि रेड लाइट जम्प,रॉन्ग साइड ड्राइविंग, रैश ड्राइविंग जैसे मामलों पर किसी को बख्शा नहीं जा रहा है. ऐसे वाहन चालकों के खिलाफ तुरंत चालान किये जा रहे है. वहीं 10 साल व 15 साल पुराने डीज़ल व पेट्रोल वाहनों के खिलाफ भी मुहिम चला कर ऐसे वाहनों को इम्पाइंड कर जब्त किया जा रहा है. यानी अगर आप साइबर सिटी में है और वाहन चला रहे है तो सावधान तमाम ट्रैफिक नियमों को फॉलो कीजिये वरना गुरुग्राम ट्रैफिक पुलिस का अगला शिकार आप भी हो सकते है भुगतना पड़ सकता है हज़ारो का चालान।