लाहौल-स्पीति में एक दिवसीय किसान मेले का हुआ आयोजन, करीब दो हजार किसानों ने लिया भाग

ख़बरें अभी तक: उदयपुर उपमंडल के अर्न्तगत आने वाले कुकुमसेरी में जिला स्तरीय एक दिवसीय किसान मेले का हुआ आयोजन। स्थानीय विधायक एवं प्रदेश में कृषि,जनजातीय विकास एवं सूचना प्रौदयोगिकी मंत्री डॉक्टर रामलाल मारकंडा ने बतौर मुख्यातिथि शिरकत की। इस मौके पर उन्होने कहा कि वर्ष 2014-15 में लाहौल का कुल बजट मात्र 24 करोड़ था जो अब बढ़कर 49 करोड़ हो गया है। वहीं एग्रीकल्चर में 37 लाख से बढ़ कर 18 करोड़ हो गया है। उन्होने बताया कि लाहौल घाटी में 4200 किसान है एग्रीकल्चर विभाग के माध्यम से अब तक एक हजार किसानों को उपदान में कृषि उपकरण वितरित किए जा चुके है और यह क्रम आगे भी जारी रहेगा उन्होने कहा कि यदि समय पर किसानों की ओर से आवेदन पत्र विभाग के पास आते है तो बाकि बचे किसानों को भी कृषि उपकरण वितरित कर दिया जाएगा।

उन्होने कहा कि  हमारे देश में दो तरह की खेती होती है एक रासयनिक खेती व दूसरी प्राकृतिक खेती  रसायनिक खेती से उत्पन्न कृषि उत्पाद खतरनाक व लाइलाज बीमारी को जन्म दे रहे है हर साल हजारों लोग घातक बीमारी का शिकार हो रहे है।  ऐसे में आने वाला समय प्राकृतिक खेती का है जिसमें कम लागत में दुगना उत्पादन होता है। उन्होने जिले के किसानों से लाहौल-स्पीति  को प्राकृतिक खेती में पहला प्रदेश बनाने का आहवान किया।